लुधियाना-फगवाड़ा : लुधियाना-जालंधर हाईवे के मध्य बसे फगवाडा शहर में कुछ लोगों द्वारा कल एक शिवसैनिक की दुकान को जबरी बंद करवाए जाने के रोष स्वरूप दुकानदारों और जरनल समाज द्वारा दिया गया धरना प्रदर्शन सारी रात जारी रहा। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा बंदोबस्त के तहत काफी संख्या में जवानों की टुकडिय़ा लगा रखी थी। प्रदर्शनकारी आज भी बंगा रोड़ पर बैठे रहे जबकि फगवाड़ा शहर मुकम्मल रूप से बंद रहा। प्रदर्शनकारियों ने एसएसपी संदीप शर्मा, डीसी मुहम्मद तैययब और एसएसपी परमिंद्र सिंह भंडाला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनके नाम चूडिय़ा भी फेंकी।
उधर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरंद्र सिंह ने दलित वर्ग के विशेष प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान फगवाड़ा के मुख्य गोल चौक चौराहे का नाम संविधान चौक रखने की सैधांतिक सहमति दी है। स्मरण रहे कि वैसाखी के दिन 13 अप्रैल को डॉ भीमराव अंबेडकर की 127वी जन्मशताब्दी के अवसर पर इस चौक में दलित समुदाय के लोगों ने एक फलैक्स बोर्ड का नाम परिर्वतनवाला बोर्ड लगा दिया था, जिस पर संविधान चौक के साथ-साथ बाबा भीमराव अंबेडकर का चित्र था। जबकि नाम परिवर्तन के मुददे पर जनसाधारण को आपतियां थी।
इसी ओहपोह के बीच दलित समुदाय और शिवसैनिकों के बीच जमकर झड़प हुई और गोलियां चली, जिसमें क ई घायल हुए थे। आज भी जख्मी हालत में दोशख्स जालंधर और लुधियाना के आईसीयू में जिंदगी और मौत के संघर्ष कर रहे है। फिलहाल शांति व्यवस्था बहाल करने की कोशिशों के बीच अब एक बार फिर दोनों समुदायों में तनाव बढ़ चुका है।
– सुनीलराय कामरेड
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