लुधियाना- अमृतसर : बीते दिनों नवगठित सियासी पार्टी ‘पंजाबी एकता पार्टी ’ का गठन करने वाले आप के पूर्व आगु व विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने आज सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में दर्शन उपरांत शिरोमणि अकाली दल टकसाली के अध्यक्ष और माझा के जरनैल कहे जाने वाले रंजीत सिंह ब्रहमपुरा के गृह स्थल पर उनसे सियासी तौर पर गठजोड़ की संभावनाओं संबंधित बंद कमरे में बैठक की। स्मरण रहे कि 2 दिन पहले ही आम आदमी के सांसद सदस्य भगवंत मान द्वारा टकसाली अकाली दल के प्रधान ब्रहमपुरा से बातचीत हो चुकी है।
सुखपाल खैहरा ने मीडिया से बातचीत करते कहा कि उनकी पार्टी राज्य के अंदर शक्तिशाली राजनीतिक फ्रंट बना कर सत्ताधारी कांग्रेस को आने वाले लोक सभा चुनावों के दौरान मात देगी। कांग्रेस और अकाली दल बादल विरोधी सभी पार्टियों को इस फ्रंट में शामिल करने के लिए उनकी ओर से अभियान शुरू कर दिया है। पंजाब के राजनीतिक, समाजिक और आर्थिक भविष्य को बचाने के लिए सभी छोटे दलों को एक जुट होना समय की जरूरत है।
खैहरा अपनी पार्टी के गठन के बाद पंजाब में पार्टी को शक्तिशाली बनाने व पंजाब में बडा राजनीतिक विकल्प तैयार करने के लिए वाहे गुरु से अर्शीवाद लेने के लिए खहरा श्री हरिमंदिर साहिब माथा टेकने के लिए पहुंचे थे। इस के बाद खैहरा श्री दुर्गायाणा तीर्थ और श्री राम तीर्थ में भी माथा टेकने के लिए आए थे । देर शाम उन्होंने अकाली दल टकसाली के अध्यक्ष रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा के घर गए और राजनीतिक हालातों पर चर्चा की। खैहरा अपनी पार्टी के लिए नव नियुक्त जिला अध्यक्ष सुरेश शर्मा से भी मिलने और उनका हाल जानने के लिए गए।
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खैहरा ने कहा कि दोनों परमपरा गत पार्टियों अकाली दल बादल और कांग्रेस ने अपनी लोक विरोधी नीतियों को ही लागू किया है। कैप्टन अमरिंदर पंजाब में आकालियों के साथ मिल कर सरकार चला रहा है। यही कारण है कि बेअदबी व बरगाडी कांड के दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से भाग रहा है। पहले दस वर्षों तक अकालियों ने पंजाब को लूट अब कांग्रेसी भी कैप्टन अमरिंदर सिंह शह पर उसी रास्ते पर चल रहे है। जिन के खिलाफ एक मजबूत राजीतिक शक्ति की लोग डिमाड कर रहे है। जो पंजाब को बचाने के लिए आगे आए। आम आदमी पार्टी भी अपनी वर्कर और पंजाब विरोधी नीतियों के कारण काफी कमजोर हो गई है। जिस कारण आज बडी संख्या में आम आदमी पार्टी से वर्कर दूर हो रहे है। खैहरा ने कहा कि आज भी सारे विधायक जो उनके साथ चले थे अभी भी साथ है। उनकी नई पार्टी राज्य में शक्तिशाली होकर सामने आएगी। पजाब का किसान, युवा, मजदूर, व्यापारी आदि सारे वर्ग सरकार से दूखी है। कैप्टन अपने मंत्रियों विधायकों की नहीं सुनाता उसके पास आम लोगों की मुश्किलें सुनने का वक्त ही नहीं है।
एक सवाल के जवाब में खैहरा ने कहा कि वह अकाली दल टकसाली को भी अपने साथ लेकर चलेंगे। राज्य में बहुजन समाज पार्टी, डा गांधी के ग्रुप और बैंस भाईयों की पार्टी के साथ उनका गठजोड हो गया है। अन्य समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ भी वह गठजोड़ करेंगे। उन्होंने जब से केंद्र में मोदी की झूठे वायदों वाली सरकार बनी है तब से देश के अंदर जाति और धर्म के आधार पर राजनीति बडी है जो देश के विकास और भविष्य के लिए खतरनाक है। मोदी सरकार भी पहले की कांग्रेस सरकार की तरह ही देश में काम कर रही है। सीबीई, सीवीसी, चुनाव आयोग जैसे संस्थानों को मोदी ने भी कांग्रेस की तरह गुलाम बना कर रखा हुआ है। उनकी पार्टी आवाज उठाएगी कि जो भी राजनीतिक दल चुनावों में अपना चुनावी घोषणा पत्र लेकर आते है उनके चुनावी घोषणा पत्रों को एक कानूनी दस्तावेज माना जाए। अगर जनता से किए हुए वायदों से पार्टियां भागती है तो उन पार्टियों की मान्याता रद्द होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी विधायकों के भत्ते बहुत अधिक बढाने की विरोधी है और विधायकों और सांसदों की रिपीट पेंशन का भी विरोध करती है। इस अवसर पर उनके साथ पार्टी की ग्रामीण शाखा के अध्यक्ष जसविंदर सिंह जहांगीर, तरनतान के अध्यक्ष सुखबीर सिंह वल्टोहा आदि भी मौजूद थे।
– सुनीलराय कामरेड