मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को यहां कहा कि केंद्र सरकार का नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) असंवैधानिक है जिसका हर तरह से विरोध किया जाना चाहिए। गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) असंवैधानिक है क्योंकि यह हमारे संविधान की मूल भावना, स्वरूप और सिद्धांतों के खिलाफ है।’’
इसमें गहलोत ने लिखा है, ‘‘भारत की नींव ही सभी के लिए समानता के सिद्धांतों पर आधारित है। यह विधेयक हमारे देश की नींव के मूल के ही खिलाफ है। इसका हर तरह से विरोध किया जाना चाहिए।’’ इससे पहले इस विधेयक के विरोध में यहां गांधी सर्किल पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा।
The #CAB is unconstitutional as it is against the very spirit, ethos & principles of our Constitution. India’s very foundation is based on principles of equality of all n nondiscrimination. This bill is against the core of our nation’s foundation. It must be opposed tooth & nail.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 11, 2019
उन्होंने कहा केंद्र सरकार को जनता के वास्तविक मुद्दों से कोई लेना देना नहीं और वह कैब के विरोध में देश भर में हो रहे प्रदर्शनों की अनदेखी कर रही है। गहलोत ने कहा कि नागरिकता से जुड़े कानून में पहले भी आठ बार संशोधन हुआ लेकिन इस तरह का विरोध कभी नहीं देखने को मिला। गहलोत ने कहा, ‘‘’पहली बार क्यों लोग सड़कों पर उतरे हैं यह सोचने की बात है।’’
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अपनी आलोचना की कोई परवाह नहीं है और वह मीडिया के माध्यम से देश पर राज करना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘‘कब तक राज करेंगे। इनकी पोल खुलती जा रही है महाराष्ट्र व हरियाणा की जनता ने इनको सबक सिखा दिया है अब देखिए धीरे धीरे इनकी पोल खुलेगी।’’