जैसलमेर: पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में 155 एमएम की धनुष-777 होवित्जर तोप से फायरिंग के दौरान बैरल का मजल फट जाने से ट्रायल रोक दिया गया है। डीआरडीओ और सेना के अधिकारियों की देखरेख में यह ट्रायल चल रहा था। मामले की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद फायरिंग ट्रायल शुरू किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक दो दिन पूर्व फायरिंग के दौरान तोप के बैरल के आगे का हिस्सा मजल जहां से धुआं निकलता है फट गया। यह हादसा उपकरण में खराबी के कारण से हुआ या इसमें अन्य कोई तकनीकी खराबी थी, इस संबंध में जांच की जा रही है। रेंज में मेक इन इंडिया निर्मित देशी बोफोर्स गन धनुष-2 के परीक्षण चल रहे थे।
यह मौजूदा तोप ‘धनुष’ से चार किलोमीटर और अधिक दूरी तक मार करने की क्षमता रखती है। इसका आंतरिक ट्रायल पूरा हो चुका है। वर्ष,2014 से बोफोर्स तोप को और विकसित करके यह तोप पहले से बनाई जा रही है। इसका निर्माण आयुध निर्माणी कानपुर, फील्ड गन फैक्ट्री व गन कैरिज फैक्ट्री जबलपुर की ओर से संयुक्त रूप से किया है। इस तोप की मारक क्षमता लगभग 38 किलोमीटर है। इसके बाद अब सेना के पास 42 किलोमीटर दूरी तक मार करने वाली आधुनिक तोप होगी। ‘धनुष’ का नया बैरल आठ मीटर लंबा है।
(विमल भाटिया)