राजस्थान की गहलोत सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोटिस जारी किया है। ईडी ने खाचरियावास, उनके भाई और पिता के नाम जमीन खरीद के मामले में नोटिस भेजा है। नोटिस में आरोप है कि पीएसीएल कंपनी के एजेंट के रूप में प्रताप सिंह खाचरियावास के परिवार की कंपनी बॉर्डर पर जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम करती थी।
नोटिस पर मंत्री ने कहा ‘मुझे और मेरे परिवार को ईडी ने नोटिस दिया है। मेरे पिताजी और भाई को भी नोटिस दे दिया है।’ खाचरियावास ने कहा कि, ‘हम ईडी के नोटिस का जवाब देंगे, हमें पहले से पता था कि केंद्र सरकार नोटिस देगी, लेकिन कांग्रेस नेता केंद्र से घबराने वाले नहीं हैं। केंद्र सरकार कांग्रेस नेताओं को प्रताड़ित कर रही है।’
खाचरियावास ने कहा कि उनके 80 साल के पिता के नाम नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि दिल्ली दफ्तर में आकर अपना बयान दर्ज करवाएं। उन्होंने कहा कि बीजेपी को समझना चाहिए कि उनके पिता लक्ष्मण सिंह शेखावत भैरों सिंह शेखावत के छोटे भाई हैं जो उनके बड़े नेता थे और अपने परिवार के लोगों के खिलाफ इस तरह से साजिश रच रहे हैं।
खाचरियावास ने राजस्थान सरकार के घटनाक्रम पर अपना बयान देते हुए कहा था कि, ’19 विधायकों की वापसी पर हाईकमान ने फैसला किया है, हाईकमान के फैसले के बाद अब कोई सवाल नहीं रह जाता है। खाचरियवास ने कहा कि, ‘विधायक दल की बैठक में हमारे विधायकों ने अपनी बात रखी। जब 19 विधायकों की बात हाईकमान सुन सकता है तो 100 से ज्यादा विधायकों को भी अपनी राय रखने का अधिकार है।’