राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी पी जोशी ने कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी को नयी ज़िम्मेदारी सौंपते हुए उन्हें सदन की राजकीय उपक्रम समिति का अध्यक्ष बनाया है। जोशी के इस फैसले से साफ हो गया है कि हेमाराम चौधरी का इस्तीफा ‘जो उन्हें कुछ दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष को भेजा था’ अब स्वीकार नहीं होगा।
सचिन पायलट गुट के माने जाने वाले हेमाराम चौधरी बाड़मेर की गुढ़ामलानी विधानसभा सीट से छठी बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने 18 मई को अपना इस्तीफा विधानसभा सचिवालय को भेजा था, हालांकि उस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।
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विधानसभा सचिवालय की ओर से कहा गया था कि विधायक लॉकडाउन हटने के बाद विधानसभा अध्यक्ष से मिलेंगे। अभी यह मुलाकात नहीं हुई है। विधानसभा अध्यक्ष जोशी ने शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के अंतर्गत वर्ष 2021-22 के लिये विधानसभा की चार वित्तीय व 15 अन्य समितियों का गठन किया है।
इनमें चौधरी को राजकीय उपक्रम समिति का सभापति बनाया गया है। इन समितियों में पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट के खेमे के माने जाने वाले कई विधायकों को जगह दी गई है। झुंझुनू से विधायक बृजेंद्र ओला को प्रश्न एवं संदर्भ समिति का सभापति, दीपेंद्र सिंह को सदाचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
वहीं पिछले दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में आस्था जताने वाले सरदारशहर से वरिष्ठ कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा को सरकारी आश्वासनों संबंधी समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा गठित की गई समितियों में जनलेखा समिति में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चन्द कटारिया को सभापति बनाया गया है।