भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सतीश पूनियां ने रविवार को कहा कि आज भारत पूरी दुनिया में 157 करोड़ टीके लगाने वाला पहला देश बन गया है और यह सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व तथा वैज्ञानिकों की प्रतिबद्धता के कारण संभव हुआ है।
नौ महीने में दो स्वदेशी टीके एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं – पूनियां
कोविड रोधी टीकाकरण अभियान का एक साल पूरा होने पर पूनियां ने कहा कि नौ महीने में दो स्वदेशी टीके एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं।
पूनियां ने कहा, ‘‘मैं देश के अग्रिम पंक्ति के कर्मियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों और इस अभियान के जुड़े उन सभी लोगों का अभिनंदन करता हूँ जिन्होंने दिन-रात परिश्रम कर टीका निर्माण में सहयोग किया।’’
कई राज्य ऐसे हैं जहां सरकारों ने टीकारण अभियान में लापरवाही बरती
उन्होंने झारखंड और छत्तीसगढ़ की सरकारों पर टीका अभियान में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘कई राज्य ऐसे हैं जहां सरकारों ने टीकारण अभियान में लापरवाही बरती। इनमें झारखड़, छत्तीसगढ़ में काफी संख्या में टीके बर्बाद हुए। इसी तरह राजस्थान में भी 11.50 लाख खुराक बर्बाद हुईं।’’
पूनियां ने विपक्ष पर लगाया आरोप
पूनियां ने कहा कि यहां तक कि टीके आने के बाद विपक्ष के लोगों ने इस अभियान को गलत तरीके से बदनाम करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, ‘‘1930 में जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी आने बाद भारत में टीका आने में 83 वर्ष लग गए थे, पोलियो का टीका आने में 23 वर्ष, टिटनेस का टीका आने में 54 साल लगे थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में कोविड टीका सिर्फ नौ महीने में तैयार होकर लगना शुरू हो गया।’’