जयपुर : चुनाव आयोग की ओर से राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए रणभेरी बजाने के साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने हिसाब से वोटरों को लुभाने की कोशिश में जुटी हुई हैं।
जहाँ एक और बीजेपी के सामने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की सत्ता बचाए रखने की चुनौती है तो कांग्रेस किसी भी कीमत पर इस राज्य की सत्ता हथियाने की कोशिश कर रही है।
पिछले एक महीने से सचिन पायलट, अशोक गहलोट और राहुल गांधी की तिकड़ी एक साथ मिलकर कांग्रेस के लिए माहौल बनाने में जुटे हैं। वहीं बीजेपी के प्रचार की कमान खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया संभाले हुए हैं।
बीजेपी के प्रचार अभियान पर नजर डालें तो एक दिलचस्प बात देखने को मिल रही है। इस बार यहां बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ताबड़तोड़ रैलियां कराई जा रही है।
योगी की ताबड़ तोड़ रैलियों की बड़ी वजह यह भी है की ,
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के साथ ही नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े महंत हैं। राजस्थान की बड़ी आबादी पर नाथ संप्रदाय का प्रभाव है।
नाथ संप्रदाय की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक राजस्थान में इस वक्त इस संप्रदाय के 46 बड़े मठ हैं। इन मठों का चूरू, सीकर, झुंझुनूं, मंडी, मंडावा, हनुमानगढ़, बीकानेर, रतनगढ़, जयपुर सहित कई और पड़ोसी जिलों में प्रभाव है। नाथ संप्रदाय का इन मठों में खास प्रभाव होने का कारण यह है की यहाँ नाथ संप्रदाय ने कई सामाजिक कार्य भी किये हैं।