जयपुर : राजस्थान पुलिस की विशेष शाखा (एसओजी) ने बड़ी कार्यवाई करते हुए पपला गिरोह के एक और इनामी सदस्य को गिरफ्तार किया है लेकिन अभी भी पपला गुर्जर सहित 12 इनामी अपराधी फरार हैं इन सभी पर बहरोड थाने पर हमला और फायरिंग कर कुख्यात बदमाश विक्रम उर्फ़ पपला गुर्जर को थाने से फरार कराने का आरोप है। इसकी सूचना पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (एटीएस एवं एसओजी) अनिल पालीवाल ने दी।
उन्होंने बताया कि पचास हजार के इनामी हरियाणा के महेन्द्रगढ़ निवासी दीक्षान्त गुर्जर (23) को गिरफ्तार कर उससे गहन पूछताछ की जा रही है। इस मामले में पपला गिरोह के सात और सदस्यों पर 50,000-50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रकरण में वांछित एवं फरार चल रहे गिरोह के सात और सदस्यों बल्लु उर्फ बलवान ,चन्द्रपाल उर्फ चन्दु यादव, राहुल,प्रशान्त,अशोक गुर्जर,राजवीर, भूप सिंह की सूचना देने एवं गिरफ्तार करवाने पर नकद पुरस्कार राशि दी जाएगी।
पालीवाल ने बताया कि मामले में वांछित एवं फरार चल रहे मुख्य आरोपी पपला पर एक लाख रुपये व गिरोह के छः सदस्यों पर 50,000-50,000 रूपये का इनाम पूर्व में घोषित किया गया था, जिसमें से दीक्षान्त सहित दो इनामी अपराधियो को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं कुल 12 ईनामी की तलाश जारी है। उल्लेखनीय है कि छह सितम्बर को अलवर जिले के बहरोड थाने पर गिरोह के सदस्यों ने हमला कर पपला को छुड़ा ले गये थे।
थाने पर हमला कराने की साजिश एवं हमले में शामिल विनोद स्वामी, कैलाशचंद, जगन खटाणा, महिपाल गुर्जर, सुभाष गुर्जर, नरेन्द्र सिंह, श्याम सुन्दर उर्फ अशोक, जितेन्द्र उर्फ जीतू, विक्रम सिंह, महेन्द्र उर्फ पप्पु गुर्जर, अजय कुमार उर्फ बिल्लू व एक ईनामी दिनेश कुमार को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। इस प्रकार इस प्रकरण में अब तक कुल 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पालीवाल ने बताया कि गिरफ्तार किये गये अपराधियों से गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ की जा रही है। अन्य अपराधियों की तलाश जारी है।