राजस्थान में फिल्म पद्मावत को लेकर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है । राजपूत करणी सेना ने विवादास्पद फिल्म ‘पद्मावत’ को रिलीज करने वाले थियेटरों को हानिकारक परिणाम भुगतने की चेतावनी देते हुए सरकार से इसे देश भर में प्रतिबंधित करने की मांग की है।
संगठन के लोकेंद सिंह कल्वी ने आज यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वे फिल्म के नाम में बदलाव और कुछ दृश्यों को काटने से संतुष्ट नहीं है क्योंकि नाम बदलने से इसमें दिखाया गया इतिहास नहीं बदलेगा। उन्होंने कहा,‘इस फिल्म को पुरानी रीलों में बंद करके जला देना चाहिए।‘
उन्होंने फिल्म के प्रदर्शन के खिलाफ ‘जनता कर्फ्यू’ का आह्वान किया और थियेटरों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने की धमकी दी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से ‘जनभावनाओं’ को देखते हुए इस फिल्म को पूरे देश में प्रतिबंधित करने की अपील की। श्री कल्वी ने कहा कि सिनेमेटोग्राफी कानून की धारा 6 के तहत केंद्रीय मंत्रिमंडल को यह अधिकार प्राप्त है कि वह सेंसर बोर्ड की मंजूरी के बावजूद फिल्म पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा सकता है।
उन्होंने फिल्म के 25 जनवरी को रिलीज होने की खबरों को अफवाह करार देते हुए कहा कि जहां तक उनकी जानकारी है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड छह और लोगों के सामने इसकी‘प्री स्क्रीनिंग’करने जा रहा है।
करणी सेना इस फिल्म का शुरूआत से ही विरोध कर रही है। इसके कारण फिल्म को एक दिसंबर को रिलीज नहीं किया जा सका था। संजय लीला भंसाली ने अपनी इस फिल्म को ‘पद्मावती’ नाम दिया था। इस संगठन का कहना था कि फिल्म में रानी पद्मावती को गलत ढंग से पेश किया गया है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म का नाम बदलने तथा उसके कुछ दृश्यों में बदलाव करने को कहा था जिसे फिल्म निर्माताओं ने मान लिया। इसके बाद फिल्म का नाम‘पद्मावत’कर दिया गया है।
कल्वी ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर,पश्चिम बंगाल,त्रिपुरा समेत चार को छोड़कर सभी राज्यों का दौरा करके फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर चुके हैं। इन चारों राज्यों में भी वह जल्द जाएंगे तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी इसे न दिखाने का आग्रह करेंगे।
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