दिल्ली के कनॉट प्लेस का पालिका बाजार की पूरी मार्केट अंडरग्राउंड है। मतलब जमीन के अंदर मार्केट लगी हुई है और लोग वहीं से शॉपिंग करते हैं। इस मार्केट की तरह दुनिया में एक ऐसा गांव भी है जमीन के अंदर पूरी आबादी रहती है।
कूबर पेडी इस गांव का नाम है। यह गांव दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में है। इस गांव में जितने भी लोग हैं वह सब जमीन के अंदर बने घरों में रहते हैं। ये घर बाहर से बिल्कुल साधारण दिखते हैं लेकिन अंदर से यह घर होटल जैसे हैं।
ओपल की कई खदानें इस इलाके में हैं। इन्हीं ओपल की खाली खदानों में लोग रहते हैं। ओपल एक पत्थर है जिसका रंग दूधिया जैसा होता है। इसके अलावा यह बेहद ही कीमती पत्थर होता है। दुनिया की ओपल राजधानी भी कूबर पेडी को कहा जाता है ऐसा इसलिए क्योंकि सबसे ज्यादा खदाने दुनिया की यहीं पर हैं।
खबरों के अनुसार, साल 1915 में कूबर पेडी में माइनिंग का काम शुरु हो गया था। बता दें कि यहां पर रेगिस्तान हैं। गर्मियों में यहां का तापमान ज्यादा हो जाता है और सर्दियों में बहुत ही कम हो जाता है। इन मौसम की वजह से लोगों को यहां रहने में बहुत परेशानी होती है।
लोगों की इन परेशानियों को देखते हुए यह हल निकाला गया कि माइनिंग के बाद खाली खदानों में रहने लग गए। गर्मियों में कूबर पेडी के इन अंडरग्राउंड घरों में एसी की आवश्यकता नहीं पड़ती है वहीं हीटर की जरूरत सर्दियों में पड़ती है।
यहां पर आज के समय में 1500 से ज्यादा घर हैं। यह सभी घर जमीन के अंदर हैं और इनमें लोग आराम से रहते हैं। इन घरों में हर तरह की सुख और सुविधाएं हैं। हॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग यहां पर हुई है।
फिल्म पिच ब्लैक की शूटिंग यहां की गई थी। बता दें कि शूटिंग के दौरान स्पेसशिप बनाया गया था जिसे बाद में यहीं पर छोड़ दिया गया। अब वह यहां पर पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र बन गई है।