पिछले कई दिनों से मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्रीशास्त्री सुर्खियों में बने हुए है।ऐसा कहा जाता है कि वह लोगों का मन पढ़ लेते है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। उनके खिलाफ नागपुर में पुलिस केस दर्ज किया गया है।
अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने बाबा पर आरोप लगाया
आपको बता दें कि नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने बाबा पर आरोप लगाया था कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने चमत्कार का दावा करके कानून का उल्लंघन किया है।11 जनवरी को कथा संपन्न हो गई, जबकि इसकी अंतिम तारीख 13 जनवरी थी। इसकी वजह नागपुर की अंध श्रद्धा उन्मूलन समित का चैलेंज बताया जा रहा है। जिसको लेकर वो पहले ही जवाब दे चुके हैं। ये पहली बार नहीं है कि वो सुर्खियों मे आए वो पहले भी अपने बयानों के लेकर चर्चा में रहे है। उनके खिलाफ नागपुर में पुलिस केस दर्ज किया गया है। ये केस नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने दर्ज करवाया है। समिति का कहना है कि अगर पुलिस इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है तो वो कोर्ट का रुख करेगी।
धीरेंद्र शास्त्री ने किया दावा
लेकिन इस पूरे मामले में धीरेंद्र शास्त्री का दावा है कि वे लोगों के मन की बात पढ़ लेते हैं। कोई भक्त अपनी समस्या लेकर उनके पास आता है तो वे पहले ही उसे कागज पर लिख लेते हैं और उसका समाधान भी बता देते हैं। बागेश्वर धाम के सरकार का कहना है कि ये ध्यान विधि का नतीजा है जो सनातन धर्म की सदियों पुरानी परंपरा है। आभासी शक्ति के जरिए वे भक्त की समस्या जानकर उसे कागज पर लिख लेते हैं। हनुमान जी की कृपा से वह सही हो जाता है।
आखिर कौन है धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बाबा
दरअसल, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर के पास स्थित गड़ागंज ग्राम में हुआ था। इनका पूरा परिवार उसी गड़ागंज में रहता है, जहां पर प्राचीन बागेश्वर धाम का मंदिर स्थित है। इनका पैतृक घर भी यही पर है, उनके दादा पंडित भगवान दास गर्ग (सेतु लाल) भी यहां रहते थे।उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब थी।लेकिन अगर बात उनकी कमाई की करें, तो हर महीने की उनकी कमाई करीब 3.5 लाख रुपये तक है। वह रोजाना करीब आठ हजार रुपये कमाते हैं।