भोला प्रसाद शास्त्री बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री रहे उनका आज तक पटना में आदमकद प्रतिमा नहीं लगाया गया:राजेन्द्र पासवान - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

भोला प्रसाद शास्त्री बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री रहे उनका आज तक पटना में आदमकद प्रतिमा नहीं लगाया गया:राजेन्द्र पासवान

भोला प्रसाद शास्त्री का जयंती धूमधाम से मनाया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भाग लेंगे।

पटना : राष्ट्रीय जनता दल स्वतंत्रता सेनानी एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे स्व. भोला प्रसाद शास्त्री का जयंती बराबर धूमधाम से मनाते जा रहा है। मगर इस बार पूरे बिहार में दुसाध समाज को पटना में बुलाकर उनके जीवनी के बारे में बताया जायेगा कि भोला प्रसाद शास्त्री मुख्यमंत्री रहने के बावजूद भी वे सादा जीवन जीते रहे। 23 सितम्बर को पटना के ऐतिहासिक श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भोला प्रसाद शास्त्री का जयंती धूमधाम से मनाया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भाग लेंगे। इसके अलावा पार्टी के बड़े-बड़े नेता शिरकत करेंगे। उक्त बातें राजद के प्रदेश महासचिव एवं आयोजन समिति के सदस्य राजेन्द्र पासवान ने कहा। उन्होंने कहा कि शाहाबाद क्षेत्र से बड़ी संख्या में दलित समुदाय पटना पहुंचेंगे।

रामविलास पासवान केवल दुसाध और दलितों को ठगने का काम किया। इसके अलावा कुछ नहीं किया। बिहार के दुसाध समाज इस बार रामविलास पासवान को बाईस्कोप दिखा देगा। उन्होंने कहा कि शाहाबाद क्षेत्र के लोगों का रूझान लालू प्रसाद की तरफ बढ़ गया है और पूरा दलित समुदाय तेजस्वी यादव को बिहार का भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे हैं। जहां बिहार में डबल इंजन की सरकार में दलितों को दारू के नाम पर जेल भेजने का काम किया गयाए वहीं घर के कमासूत नौजवान शराब के नाम पर जेल में सड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार से पूछना चाहता हॅू कि ग्रामीण क्षेत्र में कहां दारू बंद है बताया जाये।

एक तरफ बालू नहीं मिलने के कारण दलित समुदाय के नौजवान बिहार से पलायन कर रहे हैं। राजेन्द्र पासवान ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री बिहार में तीन बार मुख्यमंत्री रहे, मगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज तक पटना में शास्त्री जीका बिहार विधानसभा परिसर एवं सचिवालय के इर्द-गिई में उनका आदमकद प्रतिमा नहीं लगाया। मैं सरकार से मांग करता हॅू कि सादा जीवन जीने वाले श्री शास्त्री जी का पटना में प्रतिमा लगाना चाहिए।

स्व. भोला प्रसाद शास्त्री के नाम पर दारोगा राय पथ में स्मारक भवन के लिए भूखंड आवंटित किया जाये। उनके जीवनकाल में घटित घटना को पाठय पुस्त्क में शामिल किया जाये। बिहार सरकार दुसाध समाज के लोगों को तीन डिसमिल जमीन आवंटन किया जाये। दलित महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार, लूटपाट की घटनाओं में दोषी को सजा दी जाये। केन्द्र सरकार दुसाध रेजिमेंट का गठन किया जाये। बाबा वीर चौहरमल के स्थान को पर्यटन स्थल घोषित कर उसमें शुद्धिकरण किया जाये। उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्येन्द्र पासवान, प्रो. रामबली चन्द्रवंशी, सुशीला पासवान, राकेश पासवान, मदन शर्मा, कुंदन पासवान, मनोरमा पासवान, टुनटुन पासवान, डज्ञ. आजाद कुमार, शक्ति पासवान, रेखा पासवान, भाई अरूण कुमार, गुलाम रूब्बानी, निर्भय अम्बेडकर आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

one × three =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।