मस्तिष्क हमारे शरीर को काम करने की क्षमता देता है। किसी भी तरह की परेशानी अगर मस्तिष्क में आ जाती है तो इसका असर हमारे विचार, स्मृति, संवेदना इन सब पर हो जाता है। इसलिए कहा जाता है कि हम सबको अपने मस्तिष्क का ध्यान रखना चाहिए उसे स्वस्थ रखें।
मस्तिष्क अगर स्वस्ध नहीं होता तो इससे ब्रेन डैमेज की संभावना बढ़ जाती हैं। डॉक्टर्स ने ब्रेन डैमेज होने की चार ऐसी आदतों के बारे में बताया है जिसके बारे में हम सबको पता होना चाहिए। चलिए जानते हैं इन चार आदतों के बारे में-
1. नहीं करना सुबह का नाश्ता
भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग ऑफिस जाने की जल्दी में सबुह का नाश्ता ही नहीं करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सुबह का नाश्ता ना करने से प्राप्त् पोषक तत्व आपके मस्तिष्क को नहीं मिल पाते हैं। इसकी वजह से नकारात्मक प्रभाव आपके काम पर होता है। इतना ही नहीं नाश्ता ना करने से आपका मस्तिष्क सही से काम भी नहीं कर पाता है और ब्रेन डैमेज की परेशानी आगे चलकर हो सकती है।
2. अत्याधिक फोन का इस्तेमाल
शोधकर्ताओं का कहना है कि नींद न आना और अवसाद की समस्या ज्यादा मोबाइल फोन इस्तेमाल करने से होती है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स के एक अध्ययन में पता चला है कि ब्रेन ट्यूमर होने की संभावना फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने से बढ़ जाती है।
3. अत्याधिक खाना
ज्यादा खाने से भी ब्रेन डैमेज हो सकता है। अब आप सोचेंगे कि ज्यादा खाने से तो शरीर में वजन बढ़ता है। लेकिन हम बता दें कि मस्तिष्क के कार्य क्षमता पर भी ज्यादा खाने से असर होता है। ज्यादा खाने से दिमाग कम चलता है। अमेरिकन ऐकैडमी ऑफ न्यूरोलॉजी में यह सामने आया है कि अगर व्यक्ति ज्यादा कैलोरी खाता है तो उसकी स्मृति पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है और इसकी वजह से ब्रेन भी डैमेज हो जाता है।
4. अत्याधिक नमक का सेवन करने से
एक अध्ययन में सामने अाया है कि शरीर में कई तरह की परेशानियां नमक का ज्यादा करने से हो जाती हैं। बल्ड प्रेशर की समस्या नमक का ज्यादा सेवन करने से हो जाती है। इसकी वजह से ब्रेन स्ट्रोक या याददाशत कम होने की संभावना बढ़ जाती है। मस्तिष्क को ब्रेन स्ट्रोक बहुत नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए नमक संतुलित मात्रा में ही खाएं और डॉक्टर से सलाह करके ही नमक का ज्यादा सेवन करें।