चैत्र मास के नवरात्रि 25 मार्च से शुरु हो रहे हैं और 2 अप्रैल को इनका समापन होगा। मां की पूजा बहुत ही फलदायी नवरात्रों में करना होता है और व्यक्ति के सारे काम मां के आशीर्वाद से पूरे हो जाते हैं। लेकिन कई चीजों का ध्यान रखना इस दौरान बहुत जरूरी होता है।
नवरात्रों में कौन से काम करने चाहिए और किन कामों को भूल से भी नहीं करना चाहिए इसका पता होना। मान्यता है कि नवरात्रों में जिन कामों को करने की मनाही होती है उन्हें करने से पूजा का फल कभी नहीं मिलता है। चलिए आपको बताते हैं कि नवरात्रि में किन चीजों का पालन करने से आप मां को प्रसन्न कर सकते हैं और किन चीजों को नवरात्रि में नहीं करना चाहिए।
ये काम जरूर करें नवरात्रि के दौरान
मां दुर्गा को नवरात्रि पर पुष्प चढ़ाएं। मनसा मन से, वचन जुबान से और कर्मणा कर्म का इस दौरान खास ध्यान रखना चाहिए।
जो व्यक्ति नवरात्रि का उपवास रखते हैं उन्हें जमीन पर सोना चाहिए और ब्रह्मचार्य का पालन करना चाहिए।
दुर्गा सप्तशती का पाठ सुबह और शाम की पूजा के दौरान करें।
अगर आप दुर्गा सप्तशती का पाठ नहीं कर पाते तो उसकी जगह कुंजिका स्त्रोत का पाठ करें।
सूरज उगने से पहले नवरात्रि के दौरान उठे और ढलने के बाद सोएं। मतलब नवरात्रि के दौरान दिन में बिल्कुल ना सोएं।
प्रातःकाल में देवी का आह्वान, पूजन, विसर्जन, पाठ आदि करना अच्छा माना गया है।
माता की अखंड ज्योत गाय के घी से जलानी चाहिए।
गंगाजल पूजा के स्थल पर रखें और रोजाना पवित्र पूजा के स्थान को करें।
भूलकर भी यह काम नवरात्रि के दिन ना करें
नाखून और बाल नवरात्रि के नौ दिनों में नहीं काटने चाहिए। साथ ही शेविंग भी नहीं करनी चाहिए।
नवरात्रि के दौरान अगर आप कलश स्थापना के साथ अखंड ज्योत जलाते हैं तो घर से बाहर नौ दिनों तक बिल्कुल ना निकलें।
प्याज, लहसुन और मांसाहारी भोजन नवरात्र के व्रत के दौरान भूलकर भी ना खाएं।
काला कपड़ा नवरात्रि के नौ दिनों के व्रत के दौरान ना पहने।
नींबू भी नौ दिनों तक नहीं काटें।
अनाज और नमक उन लोगों को नहीं खाना चाहिए जो नवरात्रि के नौ दिनों का व्रत रखते हैं।
दिन में सोने, शराब और तंबाकू का सेवन नवरात्रि के समय ना करें।
विष्णु पुराण में बताया गया है कि दिन में सोना, तंबाक खाना और शारीरिक संबंध बनाना नवरात्रि के दिनों में निषेध है।