कोरोना के मामले लगातार भारत में बढ़ते जा रहे हैं। भारत में 18 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले हो गए हैं जबकि 500 से ज्यादा लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रभाव महाराष्ट्र,मध्य प्रदेश, राजस्थान इन राज्यों में हुआ है। वहीं छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस से 50 से कम लोग संक्रमित हुए हैं।
राज्य में हर कोई शिद्दत से काम में जुटा हुआ है ताकि कोरोना के मामले आगे ना बढ़ें। ऐसे में एक आठ महीने की गर्भवती महिला अपने स्वास्थ्य को छोड़कर कोरोना वायरस के खिलाफ इस जंग में खड़ी हुई है। इस महिला का नाम संतोषी मानिकपुरी बताया जा रहा है।
कोरोना की कर्मवीर संतोषी मानिकपुरी
संतोषी मानिकपुरी आठ महीने की गर्भवती हैं और यह कोंडागांव जिले के केरावाही गांव में काम करती हैं। कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज में वह जुटी हुईं हैं और काम कर रही हैं। उनका कहना है कि मरीजों के बीच में जब वह होती हैं, उनका इलाज करती हैं तो बहुत खुशी उन्हें मिलती हैं। संतोषी आगे कहती हैं कि देश की इस संकट की घड़ी में इस तरह सेवा करने पर उन्हें बहुत गर्व होता है। संतोषी ने बताया कि थोड़ी बहुत परेशानी उन्हें पहले हुई लेकिन फिर उन्हें लगा कि यही समय है जब वह देश के लिए सेवा कर सकती हैं। उनका परिवार और पति इस कार्य में पूरा सहयोग कर रहे हैं।
It is a matter of honour that we serve people. I am happy to do my work, and that I am getting to serve the country in a time like this. I have the full support of my family and husband. They keep encouraging me in my work: Santoshi Manikpuri https://t.co/fWN8XnBfoa
— ANI (@ANI) April 21, 2020
सतर्क नजर छत्तीसगढ़ सरकार की
कोरोना के खिलाफ किस तरह से छत्तीसगढ़ जंग लड़ रहा है यह जानना बहुत जरूरी है। खबरों के अनुसार, कोरोना संक्रमित लोगों की पहचान राज्य में सघन ट्रेसिंग अभियान चलाया जा रहा है। जो लोग निजामुद्दीन मरकज से लौटे हुए हैं उनपर खास निगाह रखी हुई हैं। जिन लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं दिख रहे हैं उनकी भी टेस्टिंग कराई जा रही है। सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि कोरोना के संदेहास्पद मामले कहीं से किसी तरह से सामने आते हैं तो उन पर कार्रवाई तुरंत की जाए।