सितारगंज : नानकमत्ता के ऐंचता बिही तक के मोटर मार्ग की हालत खस्ता है। नौ किलोमीटर के इस मार्ग पर कार्यदायी संस्था ने पांच वर्ष में मरम्मत के नाम पर 1.17 करोड़ रुपये खर्च कर दिये। इससे भड़के ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुये जांच की मांग की है। साथ ही मार्ग की मरम्मत करवाने पर भी जोर दिया गया है। बताया जाता है कि ऐचंता बिही से खस्सीबाग गांगी गिधौर तक के नौ किलोमीटर मार्ग की मरम्मत का कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत लोनिवि ने वर्ष 2012 में शुरू किया। वर्ष 2017 तक इस मार्ग की मरम्मत में 1.17 करोड़ रुपये व्यय किये गये। इसके बावजूद मार्ग खस्ताहाल हैं।
इससे इस मार्ग से जुड़े गांवों के ग्रामीण भड़क उठे हैं। ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी विनोद कुमार को सौंपे ज्ञापन में मार्ग के मरम्मत कार्य की जांच की मांग की हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क कई जगह से टूट चुकी हैं। उसमें बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं। कई स्थानों पर तो सड़क नाम मात्र की ही रह गई हैं। मार्ग पर जो पुलियायें हैं उनके आसपास भी गहरे गड्ढे हैं। जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि मार्ग में मरम्मत का काम किया ही नहीं गया। ज्ञापन में कहा गया है कि इससे पूर्व भी सात नबंबर 2017 को मार्ग के बावत शिकायत की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई।
मांग की गई कि मामले की जांच कराकर मार्ग का निर्माण कराया जाये। चेतावनी दी गई कि दस दिन के भीतर कार्यवाही न होने पर ग्रामीण आमरण अनशन को बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में वरिष्ठ समाजसेवी दयानंद तिवारी, ग्राम प्रधान बांधू सिंह, गीता देवी, मंगल सिंह, बलविंदर कौर, जगदीश चंद्र अटवाल, स्नेहलता देवी, सचिन सिंह राणा, मोहन चंद्र जोशी, आकाश सिंह, अर्जुन सिंह, लालचंद्र चंद्रिका यादव, जगन्नाथ सिंह आदि शामिल थे।
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– रमेश यादव