दोस्त, दोस्त होता है ये बात इस खबर को पढ़ने के बाद और पक्का हो जाएगा। आपने दोस्ती की कई कहानी सुनी होगी लेकिन कभी किसी ऐसे दोस्त के बारे में सुना है जिसने अपने दोस्त के मौत पर खुद भी उसकी चिता में छलांग लगा कर जान दे दी। पुलिस के अनुसार, शनिवार को उत्तर प्रदेश के यमुना नदी के तट पर एक चौंकाने वाली घटना में एक व्यक्ति ने अपने दोस्त की चिता में कूदकर जान दे दी। अब ये मामला सभी को हैरान करने के साथ साथ एक बड़ी सोच में भी डाल रहा है।
दोस्त था कैंसर का मरीज
सिरसागंज सर्किल ऑफिसर (सीओ) प्रवीण तिवारी ने बताया कि नगला खंगर थाना क्षेत्र के रहने वाले अशोक (42) कैंसर से पीड़ित थे और शनिवार की सुबह उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार सुबह करीब 11 बजे यमुना के किनारे किया गया और वहां मौजूद लोगों में उनके दोस्त आनंद (40) भी शामिल थे। सीओ ने कहा कि जब लोग श्मशान स्थल से निकलने लगे तो आनंद अचानक चिता में कूद गए।
अधिकारी ने कहा कि वहां खड़े लोगों ने उसे चिता से बाहर निकाला और जिला अस्पताल ले गए, जहां से उसे आगरा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। उन्होंने कहा हालांकि, आनंद ने आगरा ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। उन्होंने आगे कहा कि आनंद के परिवार के सदस्यों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। अब इस खबर की जानकारी सभी को लगी तो सब हैरान रह गए।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। पर इस खबर से एक बात सामने निकल कर आई है कि कोई दोस्ती के लिए भी अपनी जान दे सकता है। पहले भी ऐसे घटना सामने आते रहे है जिसमे किसी ने अपने दोस्त के चक्कर में अपनी जान कुर्बान कर दी। वैसे आपको क्या लगता है कि किसी के लिए भी अपनी जान देना सही हैं या गलत?