सर्दियां शुरू होते ही लगभग हर किसी का खानपान बदल जाता है। सर्दियों के मौसम में बड़े-बूूढ़े गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करने को कहते हैं। क्योंकि इस मौसम में ऐसी गर्म चीजें खाने से न केवल शरीर को गर्माहट मिलती है बल्कि इससे मौसमी बीमारियां भी दूर रहती है। यही वजह है कि सर्दियों के मौसम में ज्यादा लहसुन,अदरक और काली मिर्च का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
वैसे सर्दियां शुरू होते ही घरों में गोंद के लड्डू बनाएं जाते हैं। ताकि ये बॉडी को स्पूर्ति देने के साथ-साथ हेल्दी भी बनाएं रखें। इसके अलावा लोग सर्दियों में घी में गोंद को भूनकर खाते हैं ताकि शरीर को एनर्जी मिलने के साथ हड्डियों का दर्द दूर रहें। बता दें कि गोंद का प्रयोग दवाइयों,बेकरी और ब्यूटी प्रॉडक्ट्स में भी किया जाता है। इसके अलाव गोंद का इस्तेमाल एनर्जी ड्रिंक्स ,आइसक्रीम में भी किया जाता है। तो चालिए आपको बताते हैं सर्दियों में क्यों फायदेमंद होता है गोंद का सेवन करना।
गोंद कैसे खाना चाहिए
किसी पेड़ के तने को चीरने से जो उसमें से लिक्विड निकलता है और जमकर ठोस हो जाता है तो इसे गोंद कहा जाता है। लेकिन आपको बता दें कि हर पेड़ का गोंद खाने लायक नहीं होता है। सबसे ज्यादा फायदेमंद कीकर और बबूल के पेड़ का गोंद माना जाता है।
1.करे जोड़ों का दर्द दूर
सर्दियों के मौसम में गोंद का सेवन करने का सबसे ज्यादा फायदा यह होता है कि यह शरीर में आवश्यक गर्मी बनाए रखता है। सुबह के वक्त गोंद का सेवन करना काफी ज्यादा लाभदायक माना जाता है। सर्दियों के मौसम में गोंद का सेवन करने से जोड़ों के दर्द व अन्य जोड़ो की परेशानियों में राहत मिलती है। गोंद का सेवन करने से मांसपेशियां भी मजबूत होती है।
2.बढ़ाए स्टेमिना
सर्दियों के मौसम में गोंद का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है। इस वजह से सर्दियों के दिनों में गोंद के लड्डू खाए जाते हैं।
3.मां के दूध को बढाएं
शिशु पैैदा हो जाने के बाद अक्सर सभी मांओ को गोंद के लड्डू का सेवन करने के लिए कहा जाता है। वहीं गोंद का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होता है। इससे रीढ़ की हड्डी तो मजबूत होती है साथ ही ये मां के दूध को बढ़ाने में फायदेमंद होता है।
4.त्वचा के लिए लाभकारी
गोंद का सेवन करने से स्किन से जुड़ी समस्या नहीं होती है। क्योंकि ये स्किन केयर एजेंट के तौर पर काम करता है। साथ ही चेहरे को अंदरूनी नमी प्रदान करता है।