अपने देश में जब शादी होती है तो सभी लोग सबसे पहले ये पूछते है कि लड़के को क्या-क्या मिला है और कितना मिला है। दरसअल कहा जाता है कि अपने देश में दहेज की प्रथा काफी लम्बे समय से चला आ रहा है। समय के साथ सब बदल गए है लेकिन अभी भी अपने देश में हर रोज कही ना कही से खबर आ जाती है कि, कोई न कोई बेटी दहेज प्रथा का शिकार हो गई है। हाल ही एक मामला सामने आया है जिसमे एक बेटी ने अपने शादी पर पूरी बारात को वापस खाली हाथ भेज दिया। आप भी इस खबर को सुनने के बाद बोलेंगे है आज भी कुछ लोग ऐसे समाज में जी रहे है जहां दहेज प्रथा को बढ़ावा दे रहे है।
पुलिस ने यहां बताया कि ऊना जिले के बंगाना कस्बे की एक महिला ने बुधवार को एक व्यक्ति से शादी करने से इनकार कर दिया और बरात वापस भेज दी क्योंकि उसने अपने माता-पिता से दहेज की मांग की थी। महिला के परिवार के एक सदस्य के अनुसार, उसकी शादी हमीरपुर के जालोर के एक व्यक्ति से होने वाली थी, जो बारात लेकर आया तो उसने उसके परिवार से एक कार, मोटी रकम और सोने के गहने मांगे। परिवार के सदस्य ने कहा कि जब दुल्हन ने दहेज की मांग के बारे में सुना तो उसने तुरंत शादी तोड़ दी और बरात वापस भेज दी।
थाना प्रभारी बाबूराम ने पुष्टि की कि महिला के एक भाई ने बंगाना थाने में दूल्हे के परिवार के खिलाफ दहेज का मामला दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। परिवार के सदस्य ने बताया कि महिला ने ऐसे समय में शादी तोड़ी जब बरात के स्वागत की तैयारियां जोरों पर थीं और सभी मेहमान दावत में शामिल होने के लिए वहां आमंत्रित थे।
होता यह है कि विदेश में रहने वाला दूल्हा 19 फरवरी को महिला को चुन्नी चढ़ाने की रस्म पूरी करने के लिए महिला के घर आया था, लेकिन अपनी मांगों को लेकर नहीं आया और न ही उसने कोई किसी तरह की मांग की थी। परिवार के सदस्य ने कहा कि उसने ऐसा तब किया जब मंगलवार को महिला का परिवार किसी अन्य अनुष्ठान के लिए उसके घर गया।