उस 70 वर्षीय हथिनी का हुआ निधन जिसकी फोटो ने दुनिया हिला दी थी - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

उस 70 वर्षीय हथिनी का हुआ निधन जिसकी फोटो ने दुनिया हिला दी थी

इंसान जानवारों से बहुत प्यार करते हैं। इसके बदले में जानवरों को भी इंसान से खूब लगाव होता है। इसी वजह से इंसानों के जीवन में जानवरों का एक अहम रोल होता है।

इंसान जानवारों से बहुत प्यार करते हैं। इसके बदले में जानवरों को भी इंसान से खूब लगाव होता है। इसी वजह से इंसानों के जीवन में जानवरों का एक अहम रोल होता है। लेकिन हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसको सुनने के बाद आपका मायूस होना लाजमी है। जी हां क्या आपको याद है वो हथिनी जिसका नाम टिकरी है,लेकिन अफसोस की अब टिकरी हम सभी के बीच नहीं रही है।
1569486336 hathni
अगस्त के महीने में Save Elephant Foundation ने फेसबुक पर यह पोस्ट शेयर किया था। इसमें एक 70 साल की हथिनी जमीन पर गिरी पड़ी है। लोग उसे देखे जा रहे हैं। यह मामला श्रीलंका का है। वहां पर एक फेस्टिवल के दौरान इस हथिनी से जबरदस्ती परेड करवाई जा रही थी।
1569487112 screenshot 3
बावजूद इसके की ये हथिनी काफी ज्यादा कमजोर और कुपोषित थी। उसके बाद यह बीच में ही बेहोश हो गई। लेकिन इस तस्वीर ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। इसके बाद  Save Elephant Foundation ने इस हथिनी का ख्याल रखा और उसकी देखभाल की। 

लेकिन हाल ही में जो खबर आई है उसने सभी को हैरान कर दिया है क्योंकि अब टिकरी नाम की इस हथिनी का निधन हो गया है। श्रीलंका की राजनधानी कोलंबो से करीब 80 किलोमीटर दूर केगेल में बीते मंगलवार की रात इस हथिनी की मृत्यु हो गई।
1569487207 screenshot 5
 
इस बात की जानकारी भी Save Elephant Foundation ने ही अपने फेसबुक पेज पर दी। इस खबर के सामने आने के बाद अब हर कोई दुखी हो गया है। ये तस्वीर हमें बताती हैं कि किसी भी जानवर पर अत्याचार नहीं करना चाहिए। 
1569486569 screenshot 2
ये एक और अन्य तस्वीर टिकरी की है। जहां पर एक धर्मिक कार्यक्रम हो रहा है,जिसमें उसे यह पोशाक पहनाई गई है। हालांकि इस समय भी टिकरी काफी ज्यादा बीमार थी। 
1569487172 screenshot 4
सेव एलिफेंट फाउंडेशन के संस्थापक लेक चैलर्ट ने सोशल मीडिया पर दुख जाहिर किया।

View this post on Instagram

The sad news is just out tonight that Tikiri passed away this evening. There is both sorrow and relief here. To think of her brings such pain to my heart. That hard service was her life, and not freedom, carries for me a commitment to others who yet suffer. That we could not help her before her eyes would shut forever fosters a renewed courage, and bears a responsibility for us to find safe refuges for all of the captive Giants born under the yoke of Man. What we wished for Tikiri, even a few days of freedom with love and care, we will demand for others. The day that I met Tikiri, her eyes locked with mine, telling me all that I needed to know. Her own fear and anger and sorrow is now part of that longer memory of her kind which should bear us no affection. Tikiri’s suffering has ended, her soul is now free. No more harm can come to her. RIP dear Tikiri. Never look back to this world so cruel toward you and your friends. หลังจากที่ล้มครั้งแล้วครั้งเล่า มาตอนเย็นนี้ทิคคิรีก็ได้จากโลกนี้ไปอย่างทุกข์ทรมาน เธอไม่มีโอกาสที่จะได้เห็นอิสรภาพก่อนเธอตาย เธอไม่เคยได้สัมผัสความรักจากมนุษย์ก่อนที่ดวงตาคู่นั้นของเธอจะปิดสนิท วันที่ดิฉันได้พบกับทิคคิรีที่ศรีลังกา และตัดสินใจนำเรื่องของเธอสู่สายตาชาวโลก ดวงตาคู่นั้นของเธอมันบอกทุกอย่างในความรู้สึกที่เธอมี ดิฉันรู้สึกสัมผัสถึงความกลัว โกรธ ความเจ็บปวด และความหมดหวังของเธอ หลับให้สบายนะทิคคิรีวันนี้เป็นอิสระแล้ว ไม่ต้องเป็นทาสใครอีกต่อไป มองไปข้างหน้าอย่าหันหลังกลับมามอง โลกนี้ที่มีแต่การทารุนกรรม เกิดมาอีกทีอย่าเกิดมาเป็นช้างให้คนทารุนกรรมอีก #saveelephantfoundation #bekindtoanimals #bekindtoelephants #elephant

A post shared by Lek Chailert (@lek_chailert) on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

2 × 4 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।