चीन के वुहान शहर से जन्मा कोरोना वायरस अब विश्वभर के लोगों पर हावी हो चुका है। कोरोना वायरस की वजह से अब तक करीब 21,308 लोगों की जान जा चुकी है,जबकि 5 लाख लोग इस वायरस की चपेट में आए हुए हैं। चीन,इटली और अमेरिका के बाद अब भारत में भी कोरोना वायरस की वजह से हड़कम मचा हुआ है। क्योंकि देशभर में कोरोना के करीब 600 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं इस वायरस की वजह से 14 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
कोरोना वायरस से होने वाली तबाही से लोगों की सुरक्षा के चलते सरकार ने पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया है। ये लॉकडाउन करीब 21 दिनों तक का है जो 14 अप्रैल तक चलेगा।
लॉकडाउन की वजह से सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिनके पास कोई विकल्प नहीं होने की वजह से उन्हें सड़को पर देखा जा रहा है। बता दें कि यह लोग कोई और नहीं बल्कि वो हैं जिन्हें शहर में एक वक्त की रोटी के लिए भी जूझना पड़ रहा है।
अब इन मजदूरों के पास कोई और सहारा ना होते हुए इन्होंने लॉकडाउन में भी अपने घर जाने का फैसला किया है और अपने परिवार का पेट भरने के लिए यह अपने घरों से सैकड़ों किलोमीटर दूर रहने वाले हजारों मजदूर हिम्मत जुटा कर अपने घर जाने के लिए रवाना हुए हैं।
इनमें से कोई पैदल चले जा रहा है तो कोई साइकिल से तो इनमें कई सारे रिक्शे से जानें वाले भी हैं। यह लोग इस वजह से भी पैदल चलने की हिम्मत जुटा रहे हैं क्योंकि इन्हें पूरी उम्मीद है कि शहर से निकलकर अपने गांव जाकर कम से कम इन्हें भूखा नहीं मरना पड़ेगा।
भले ही सरकार ने देशभर में 21 दिनों के लिए पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया हो,मगर शायद वो इस बात से पूरी तरह अंजान रह गई कि यह सभी मजदूर भला 21 दिनों में कोरोना से जरूर अपना बचाव कर लें,लेकिन शायद भूख से अपना दम भी तोड़ सकते हैं।