जोधपुर में एक मंदिर मौजूद है जिसका नाम है इश्किया गणेश जी मंदिर बता दें वैलेंटाइन्स डे के मौक़े पर इस मंदिर पर बड़ी संख्या में प्रेमी जोड़े माथा टेकने के लिए पहुँचते है।
जोधपुर में मौजूद मंदिर का नाम क्यों है इश्किया मंदिर
मंदिर का नाम सुनकर ही आप यह जानना चाहते होंगे कि इस मंदिर का नाम इश्किया गणेश जी मंदिर क्यों पड़ा? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह मंदिर सौ साल पुराना है और यहाँ पहुँचे हुए लोगों की मनोकामना पूरी होती है।राजस्थान के जोधपुर में स्थित इश्किया गणेश जी मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां प्रेमी जोड़ों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। लोग यहां शादी या शुभ मांगलिक कार्यों को लेकर अपनी मन्नतें मांगने आते हैं।
प्रेमी जोड़ों की होती हैं मनोकामनाएं पूरी
मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन करने से कुंवारे लड़के या लड़कियों का रिश्ता जल्द तय हो जाता है। यह मंदिर गणेश भगवान का है। वैलेंटाइन डे के मौके पर इस मंदिर में प्रेमी जोड़ों की भीड़ काफी बढ़ जाती है।
इस मंदिर की स्थापना गुरु गणपति मंदिर के तौर पर की गई थी। आज यह इश्किया गणेश मंदिर नाम से प्रसिद्ध है और हर दिन बड़ी संख्या में लोग, खासकर कपल यहां पहुंचते हैं।
गणेश भगवान की कृपा से होती है लोगों की शादी
स्थानीय लोग बताते हैं कि यह मंदिर ऐसी जगह पर था जहां लोगों का आना जाना कम था। इस वजह से प्रेमी जोड़े यहां लोगों से छिपकर मिलने आया करते थे, जिससे वे किसी की निगाह में न आ सकें। समय के साथ यहां प्रेमी जोड़ों की भीड़ आने लगी और गणेश जी प्रेमियों की मनोकामनाएं पूरी करने लगे। मान्यताओं के अनुसार, यहां प्रार्थना करने के बाद गणेश भगवान की कृपा से लोगों की शादी हो जाती है इसलिए इसे इश्किया गणेश मंदिर कहा जाने लगा. हर बुधवार को यहां प्रेमियों का मेला भी लगता है। यही वजह है की प्रेमी जोड़े बड़ी संख्या में यहाँ माथा टेकने के लिए पहुँचते हैं ।