कई ऐसे लोग होते हैं जिन्हें खजाने खोजने पसंद होता है। इसी बीच जब किसी को भो सड़क पर गिरी कोई भी चीज मिलती है उसे वह अपने घर अपना खजाना मानकर ले जाते हैं। मगर ऐसे कई लोग हैं जो आज भी ईमानदारी और इंसानियत को इस समय में नहीं छोड़ते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है कि जिसमें ईमानदारी और इंसानियत साफ देखने को मिला है।
कोच्चि में नेवल शिप रिपेयर यार्ड के पीके सुधाकरन ने ऐसा ही नेक काम किया है। बता दें कि एनएसआरवाई में पीके सुधाकरन काम करते हैं। दरअसल 65,000 रुपये से भरा हुआ एक बटुआ उन्हें सड़क पर 26 अगस्त को मिला था और उसे अपना खजाना उन्होंने नहीं समझा। उसके बाद उन्होंने पुलिस के हवाले इसे यह सोचकर वापस कर दिया गया कि यह दूसरे की अमानत है।
भाई जरूरत है ऐसे लोगों की…..
न्यूज़ एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, 26 अगस्त को जब सुधाकरन काम से आ रहे थे। इसी दौरान सड़क पर गिरे एक पर्स पर उनकी नजर गई। उन्होंने उस पर्स को उठाकर देखा तो उसमें 65 हजार रुपये कैश में थे। फिर पानगढ़ पुलिस स्टेशन वह गए और पुलिस के हवाले उस बटुए को कर दिया। इसके बाद पर्स उसके मालिक यानी एक ऑटो ड्राइवर को 27 अगस्त के दिन सौंप दिया।
PK Sudhakaran (pic 1), an employee of Naval Ship Repair Yard at Kochi, spotted a wallet containing Rs 65,000 cash on road on 26th Aug. He deposited it at Panangad Police Station. It was returned to its owner, an auto driver, on 27th Aug: Southern Naval Command, Kochi, #Kerala pic.twitter.com/KDD7fhILBv
— ANI (@ANI) August 27, 2020
भारत अतुल्य!
Increadible india!!🤩
🙏🚩🚩— Manish Dubey (@Nish_dubey) August 28, 2020
इनको है सलाम
I salute you sir 🙏 people like you are commendable 🙏🇮🇳👏
— Sagar Chadha 🇮🇳 (@SagarChadha18) August 27, 2020
अब भी जिंदा है ईमानदारी?
Honest Still exists, You just need a vision to see.
— Himanshu P Sharma (@HimanshuPShrmma) August 27, 2020
सीखना चाहिए नॉर्थ इंडिया वालों को
This is Kerala… North Indian Sanghis are welcome to learn from us.
— N.Menon (@inc_menon) August 27, 2020
सभी लोग सुधाकरन की इस ईमानदारी के फैन बन गए हैं।