देश के सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षा में से एक है संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा का एग्जाम। इस एग्जाम को पास करना बहुत आसान सा काम नहीं होता। लेकिन इस दुनिया में कई सारे ऐसे युवा जिन्होंने न केवल ये परीक्षा पास करी बल्कि सबसे कम उम्र में उन्होंने ये मुश्किल परीक्षा को पास करने का मुकाम हासिल किया है। तो आइए आप भी मिल लिजिए देश के उन युवा आईएएस से जिन्होंने काफी छोटी उम्र में इस एग्जाम को पास करने का खिताब अपने नाम कर लिया है।
5.अंकुर गर्ग
इस लिस्ट मे पांचवें नंबर पर अंकुर गर्ग का नाम आता है। अंकुर ने साल 2002 में 22 साल की छोटी उम्र में सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया था और ये ही वो शख्स थे जो उपलब्धि हासिल करने वाले सबसे युवा उम्मीदवार बन गए। इन्होंने आईआईटी दिल्ली से स्नातक किया है। इस समय में अंकुर गर्ग हार्वर्ड विश्वविद्यालय में दो सालका मास्टर कार्यक्रम अपना रहे हैं।
4.अमृतेश औरंगाबादकर
इस लिस्ट में चौथे नंबर पर एस अधिकारी अमृतेश औरंगाबादकर का आता है। अमृतेश ने साल 2011 में यूपीएससी का एग्जाम पास किया था और इन्होंने दसवीं रैंक भी हासिल की थी। अमृतेश पुणे के रहने वाले हैं जिन्होंने 22 साल की उम्र में ये परीक्षा पास की थी। ये साल 2012 बैच के गुजरात कैडर के आईएस अधिकारी हैं। फिलहाल वो गुजरात सरकार में नगरपालिका वडोदरा के क्षेत्रीय आयुक्त हैं।
3.स्वाति मीणा नाइक
इस तालिका में तीसरे नंबर पर राजस्थान के सीकर की रहने वाली स्वाति मीणा नाइक का आता है। महज 22 साल की मीणा ने यह परीक्षा पास की है। बता दें कि 2007 में ये परीक्षा पास करने वाली स्वाति ऑल इंडिया में 260 रैंक हासिल की है। फिलहाल हो मध्य प्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ में सेवारत हैं।
2.रोमन सैनी
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अपना नाम दर्ज करने वाले रोमन सैनी है। जिन्होंने 22 साल की उम्र में ये पेपर पास कर लिया था। रोमन ने ऑल इंडिया में 18 वीं रैंक हासिल की थी। वह शेख से पहले सबसे युवा आईएस अधिकारी थे और उन्हें एमपी में कलेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था। साल 2016 में उन्होंने इस्तीफा देकर Unacademy की सह-स्थापना की।
1.अंसार अहमद शेख
साल 2015 में यूपीएससी का एग्जाम पास करने वाले देश के सबसे कम उम्र में आईएएस बनने वाले अंसार अहमद शेख का इस लिस्ट में सबसे पहले नाम शामिल है। शेख इकलौते ऐसे शख्स हैं जिन्होंने महज 21 साल की आयु में ये कठिन परीक्षा पास की है।
अंसार अहमद के पिता ऑटो रिक्शा ड्राइवर हैं। उन्होंने इस बात का खुलासा खुद ने किया है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि मेरे पिता जो 100-150 रुपए रोज के कमाते थे इसकी वजह से ही उनका परिवार बहुत बार तो रात का खाना और नाश्ता भी छोड़ देता था। अंसार ने कहा था कि अल्लाह ने मेरी और मेरे परिवार और मेरे साथियों की दुआओं को कुबूल करते हुए मुझे देश की सेवा करने ये सुनहरा अवसर दिया है जिसे मैं पूरी सच्चाई के साथ निभाऊंगा। बता दें कि वह इस समय MSME और पश्चिम बंगाल सरकार में OSD पर अधिकारी के रूप में काम करते हैं।