शिरडी के साईं बाबा की पूजा का विधान गुरुवार के दिन माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि भक्तों की हर मनचाही मुरादें गुरुवार के दिन व्रत रखने से पूर्ण होती हैं। मान्यता है कि हर धर्म के लोग साईं बाबा की पूजा कर सकते हैं। कहते हैं कि साईं बाबा की विशेष कृपा उन लोगों पर होती है जो गुरुवार के दिन व्रत रखते हैं।
कई लोग साईं बाबा का व्रत आज के दिन यानी गुरुवार के दिन रखते हैं। साथ ही बाबा की विधिपूर्वक पूजा और कथा करते हैं। ऐसा करने से भक्तों पर हमेशा कृपा साईं बाबा की बनी रहती है। चलिए आपको बताते हैं कि गुरुवार के दिन साईं बाबा की पूजा विधि किस प्रकार होती है।
इस तरह है साईं बाबा की पूजा की विधि
1. ब्रह्म मुहूर्त में गुरुवार के दिन उठ जाएं। उसके बाद नित्यकर्म करके स्नान आदि कर लें।
2. इसके बाद साईं बाबा के व्रत का संकल्प करें।
3. फिर साईं बाबा की मूर्ति या तस्वीर काे स्थापित कर लें और उस पर गंगाजल छिड़क दें। उसके बाद पीला कपड़ा मूर्ति पर चढ़ाएं।
4. फिर पुष्प,रोली और अक्षत साईं बाबा पर अर्पित करें।
5. उसके बाद साईं बाबा की आरती धूप, घी से करें।
6. इसके बाद पीले फूल बाबा को चढ़ाएं। साथ ही उनकी कथा हाथ में अक्षत व पीले फूल रखकर सुनें।
7. फिर पीली मिठाई जैसे लड्डू का भोग साईं बाबा को अर्पित करें।
8. उसके बाद भोग को प्रसाद के रूप में सब में बांट दें। पूजा के बाद अपने सार्म्थय के मुताबिक किसी जरूरतमंद को दान दें।
ऐसे रखें साईं बाबा का व्रत
कहते हैं कि लगातार 9 गुरुवार साईं बाबा का व्रत रखना चाहिए। फलाहार का भी आप इस दिन व्रत रख सकते हैं। व्रत के दौरान आप चाय,फल आदि इनका सेवन कर सकते हैं। व्रत के समय भोजन एक समय ही करना चाहिए। अगर किसी कारण वश आप गुरुवार का व्रत नहीं कर पा रहे या मासिक समस्या स्त्रियों को है तो अगले गुरुवार व्रत कर सकते हैं। लगातार 9 गुरुवार व्रत हो जाएं तो खाना और दान गरीबों को खिलाएं। इसके बाद साईं बाबा व्रत की पुस्तक भी रिश्तेदारों या पड़ोसियों में बांटें। साईं बाबा के व्रत की संख्या 5,9,11 या 21 होती है।