वैसे तो पसीना आना बॉडी के लिए बहुत अच्छा होता है और यह एक सामान्य प्रक्रिया भी है। पसीना आने से शरीर में मौजूद अवांछित एंव विषैले तत्व बड़ी आसानी से बाहर हो जाते हैं। गौरबतलब शरीर के कई सारे ऐसे खास अंग जहां अधिक पसीना आता है जैसे बांहे,पीठ और सिर। मगर आपको ऐसे बहुत कम लोग देखने को मिलेंगे जिन लोगों की हथेली और तलवों में भी पसीना आता होगा।
यदि आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं जिनकी हथेली और पैर के तलवों में बहुत पसीना आता है तो यह जानकारी आपके लिए है। बता दें कि सामान्य तापमान पर भी हथेली या तलवों में पसीना आना कोई सामान्य प्रक्रिया नहीं है,बल्कि यह किसी बीमारी की ओर आपको इशारा कर रही है।
1.हाइपरहाइड्रोसिस का खतरा
सामान्य या कम तापमान पर भी हाथ और तलवों में पसीना आना हाइपरहाइड्रोसिस नामक बीमारी की ओर इशारा करता है। मगर बहुत बार ऐसा भी होता है कि कभी-कभी ऐसा होना सामान्य भी हो सकता है,लेकिन अक्सर इस तरह से पसीना आना या पूरे शरीर में ज्यादा पसीना आना हाइपरहाइड्रोसिस की परेशानी को दर्शाता है।
2.कपड़ो का सही चयन
वैसे तो हाइपरहाइड्रोसिस नमक बीमारी का इलाज सामान्यत स्वेद ग्रंथि के ऑपरेशन से होता है,मगर बहुत ज्यादा पसीने आने की समस्या हो रही है तो आप इसे कुछ हद तक कम कर सकते हैं। इसके लिए आपको ऐसे कपड़ों का चुनाव करना होगा जो पसीने को आसानी से सोख ले और आपकी स्किन भी सांस ले सके।
3.पसीना आने की वजह तनाव
ज्यादा पसीना आने का संबंध केवल बाहरी नहीं बल्कि आपके शरीर के अंदर हो रही परेशानियों की वजह से भी हो सकता है। जैसे ज्यादा चिंता कर लेना,डर और तनाव के समय भी शरीर से ज्यादा पसीना खुद निकलने लगता है। यौवनावस्था शुरू होने पर बॉडी में होने वाले हॉर्मोनल बदलावों की वजह से शरीर में 30 लाख पसीने वाली ग्रंथियां सक्रिय हो जाती है। ऐसा किसी-किसी के साथ नहीं बल्कि सभी के साथ होता है,मगर हाइपरहाइड्रोसिस से पीडि़त लोगों को सामान्य लोगों से कई गुणा ज्यादा पसीना आता है।
4.हाथ-पैर खुले रखें
हथेली और तलवों में आने वाले पसीने से अपना बचाव करने के लिए आप उन्हें ज्यादा खुला रखने की कोशिश करें। यदि आप पूरे दिन ऑफिस या बाहर मोजे और जूतों पहने रहेंगे तो घर पर आप पैरों को पूरी तरह से खुला रखें। इसके अलावा जब संभव हो तो पैरों से जूते और मोजे दोनों निकाल बैठे। इससे पसीना कम आएगा और पैरों में बैक्टीरिया नहीं पनपेंगे।
5.करें एंटी-बैक्टीरियल लिक्विड का प्रयोग
पसीनों से राहत पाने के लिए रोजाना नहाएं और स्किन को अच्छी तरह से पोंछकर साफ कर लें। इसके बाद ही किसी भी डिया या अन्य उत्पादों का इस्तेमाल करें। हो सके तो नहाने के पानी में आप एंटी बैक्टीरियल लिक्विड की बूंदे डाल नहाएं।