दीपावली का पर्व प्रतिवर्ष कार्तिक कृष्ण अमावस्या को मनाया जाता है। दिवाली पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं। पुराणों के अनुसार दीपावली के दिन ही श्रीराम अयोध्या लौटे थे।
भगवान राम के आने की खुशी में अयोध्यावासियों ने उनका दीप जलाकर स्वागत किया था। सुख-समृद्धि की कामना के लिए दिवाली से बढ़कर कोई त्योहार नहीं होता इसलिए इस अवसर पर मां लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है। लेकिन इसके साथ-साथ आपको यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि दीपावली के दिन हम ऐसे काम भूलकर भी न करें जिससे आपके घर से मां लक्ष्मी रूठकर चली जाए।
- दिवाली के दिन किसी को तोहफे में चमड़े से बनी चीजें नहीं देनी चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं।
- दीपावली पर अपने द्वार पर आए व्यक्ति को खाली हाथ न जाने दें फिर चाहे वह भिखारी हो या अन्य कोई मांगने वाला। उसको अपनी सामर्थ्य के अनुसार कुछ न कुछ अवश्य दें।
- कई स्थानों पर दीपावली की रात्रि जुआ खेलने की प्रथा है। इस बारे में कोई भी तर्क हो, लेकिन अगर आप मां लक्ष्मी की कृपा अपने घर में बनाए रखना चाहते हैं तो दीपावली के दिन कभी भी जुआ न खेलें।
- दीपावली पर लक्ष्मी पूजन में ताजे फूलों का प्रयोग करें, मां लक्ष्मी को बासी फूल या घर के फ्रिज में रखें एक दिन पूर्व के फूल न चढ़ाएं।
- घर के प्रवेश द्वार पर कहीं भी गंदगी नहीं रहने देना चाहिए। कहते हैं कि वरना मां लक्ष्मी का घर में आगमन नहीं होता है।
- दिवाली के दिन किसी को तोहफे में चमड़े से बनी चीजें नहीं देनी चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं।
- घर में रुकी हुई घड़ी का होना भी वास्तु में अशुभ बताया गया है. घड़ी को सुख और प्रगति का प्रतीक माना जाता है। अगर आपके घर में कोई टूटी या बंद घड़ी है तो उसे दिवाली से पहले घर से हटा लें।
- घर में कभी भी टूटे हुए बर्तन भी नहीं होने चाहिए इस दिवाली अपने घर से टूटे या चटके हुए बर्तन बाहर निकाल दें। टूटे बर्तनों को घर में रखना अशुभ माना जाता है।