गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता के दिग्गज नेता मनोहर पर्रिकर के परिवार ने उनके निधन के 12 दिन बाद एक बयान जारी किया है जिसमें सभी लोगों को तहेय दिल से धन्यवाद किया है।
इस बयान में मनोहर पर्रिकर के दोनों बेटों उत्पल और अभिजात ने कहा कि लोगों के प्यार ने उन्हें और उनके पूरे परिवार को इस संकट भरे समय में साथ दिया और उभरने के लिए शक्ति दी। उत्पल और अभिजात ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस, पार्टी कार्यकर्ताओं और गोवा की जनता को धन्यवाद दिया।
पर्रिकर के बेटों ने पोस्ट किया भावुक संदेश
बता दें कि पर्रिकर के निधन केबाद उनके ट्विटर हैंडल नाम को मनोहर पर्रिकर मेमोरियल कर दिया गया है। ट्विटर पर मनोहर पर्रिकर के आधिकारिक अकाउंट पर उत्पल और अभिजात ने बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा, मेरे पिता हर दिन पूरे जोश, दृढ़ इच्छाशक्ति और देश सेवा की इच्छा के साथ जिए। जीवन के अंतिम दिनों में भी वह राज्य की चिंता करते रहे। हम आगे भी देश और राज्य की सेवा करते रहेंगे। मनोहर पर्रिकर का पिछले दिनों निजी आवास में अग्नाशय संबंधी बीमारी से निधन हो गया था। काफी लंबे समय से पर्रिकर इस बीमारी से जूझ रहे थे जिसके बाद उनका 17 मार्च को उनके घर में उनकी मौत हो गई।
यहां पढ़ें ट्विटर का पोस्ट: https://twitter.com/manoharparrikar/status/1111910592875503616
राजनीति से दूर हैं दोनों बेटे
मनोहर पर्रिकर के दो बेटे हैं। दोनों ही बेटे राजनीति से दूर रहते हैं। उत्पल इंजिनियर हैं तो वहीं अभिजता एक बिजनेसमैन हैं। पर्रिवर लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे लेकिन पिछले कई महीनों से वह सीएम के तौर पर अपनी सारी जिम्मेदारियां निभाते हुए नजर आ रहे थे।
सोशल मीडिया पर पर्रिकर की नाक में ड्रिप लगाए हुई एक तस्वीर बहुत वायरल हुई थीं। मनोहर पर्रिकर ने गोवा में बीजेपी को मजबूत किया था और उन्होंने आईआईटी से पढ़ाई की थी। मनोहर पर्रिकर को उनके सादगी से जीवन जीने के लिए जाना जाता था।
राजनीति जगत के मशहूर और मजबूत नेताओं में से एक थे। पिछले दिनों उत्पल ने अपने राजनीति में आने पर कहा था कि राजनीति में आना बहुत बड़ा बलिदान है और इसका फैसला सही समय पर लूंगा। उत्पल ने कहा, जहां तक मेरी बात है, यह एक बड़ा बलिदान है। मुझे इस पर विचार करना होगा और सही समय पर फैसला करूंगा। उत्पल पर दबाव दिया जा रहा है कि वह पणजी से उपचुनाव लडें। मनोहर पर्रिकर पणजी से ही विधायक थे। हालांकि राजनीति में आने के लिए अभी उत्पल सही तरीके से तैयार नहीं हैं।