शनिवार का दिन शनिदेव की पूजा के लिए सबसे ज्यादा श्रेष्ठ माना जाता है। इस खास दिन शनिदेव की पूजा करके हर संकट और परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। शानिदेव की जिस पर भी कृपादृष्टि बनी रहती है उसकी जिंदगी से सभी दुख दर्द दूर हो जाते हैं। लेकिन कई सारे ऐसे लोग होते हैं जिनका शनिवार के दिन कोई न कोई नुकसान जरूर हो जाता है। भले ही वह कितनी मर्जी कोशिश क्यों न कर लें,लेकिन शनि हमेशा उनपर भारी रहता है। यदि आपके साथ भी कुछ ऐसी परेशानी हो रही है तो ऐसे में आपको शनि को शांत करने के लिए कुछ खास उपाय और विशेष पूजा करके शनिदेव को प्रसन्न करना पड़ेगा।
इस तरह से करें शनिवार के दिन पूजा
1.ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनकर पीपल के पेड़ पर जल अर्पण करें।
2.शनि देवता की लोहे से बनी मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं। इसके बाद मूर्ति को चावलों से बनाए चौबीस दल के कमल पर स्थापित करें और काले तिल,फूल,धूप,काला वस्त्र एंव तेल आदि से पूजा करें।
3.ध्यान रखें शनि देव की पूजन के समय शनि के दस नामों का उच्चारण जरूर करें। कोणस्थ,कृष्ण,पिप्पला,सौरि,यम ,पिंगलो,रोद्रोतको,बभ्रु,मंद,शनैश्चर।
4.पूजा करने के बाद पीपल के पेड़ के तने पर सूत के धागे से सात बार परिक्रमा करें। इसके बाद शनिदेव का मंत्र पढ़ते हुए प्रार्थना करें। शनैश्चर नमस्तुभ्यं नमस्ते त्वथ राहवे। केतवेअथ नमस्तुभ्यं सर्वशांतिप्रदो भव॥
नहीं करने चाहिए शनिवार के दिन ये काम
1.अगर आप भी शनिदेव की विशेष कृपा पाना चाहते हैं तो ऐसे में आपको शनिवार के दिन कुछ काम करने से बचना चाहिए। जैसे अगर आप नाखून या बाल काटते हैं तो आपके ऐसा करने से शनिदेव जरूर नाराज हो सकते हैं।
2.शनिवार के दिन जितना हो सके उतना दान करना शुभ माना जाता है। आप मंदिर के अलावा किसी भी जरूरतमंद इंसान को सामान दान कर सकते हैं।
3.शनिदेव को जानवरों से बहुत ज्यादा लगाव है। शनि को खुश रखने के लिए आपको खासतौर पर इस दिन जानवरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। साथ ही कुत्तों,गाय,बकरी आदि को रोटी खिलानी चाहिए।
4.भूलकर भी शनिवार के दिन लोहे का सामना घर में नहीं लाना चाहिए। क्योंकि इस दिन घर में लोहे का सामान लाना अशुभ माना जाता है।