बीते मंगलवार के दिन धर्म नगरी काशी में तीन सौ साल पुराने जगन्नाथ मंदिर के कपाट एक पखवाड़े खुल गए हैं। इसी के साथ भगवान जगन्नाथ के साथ ही बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र ने श्वेत वस्त्र में भक्तों को दर्शन दिए हैं। आज के दिन भगवान जगन्नाथ की डोली यात्रा भी निकाली जाएगी और फिर 4 जुलाई यानि कल से लक्खा मेलों में शुमार रथयात्रा का भी उत्सव आंरभ कर दिया जाएगा।
बता दें कि ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को भक्तों के अतिशय स्नान से प्रभु के बीमार होने की वजह से अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए थे। वहीं पखवारे तक जड़ी-बूटियों का काढ़े का सेवन कर स्वस्थ होने पर मंगलवार की सुबह मंगला आरती के बाद से मंदिर भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। पूरे दिन से दर्शन और पूजन के बीच विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ चल रहा है।
परंपरा के अनुसार जगन्नाथ मंदिर से तीन जुलाई की शाम को भगवान की डोली यात्रा निकलेगी जिसमें गाजे-बाजे के भक्त और ट्रस्ट जगन्नाथ जी के पदाधिकारी शामिल होंगे। ये डोली रथयात्रा बेनीराम बाग पहुचेगी। शाम के समय ही रथयात्रा मेले वाली जगह पर भगवान के रथ की पूजा-अर्चना की जाएगी।
वहीं अगले दिन 4 जुलाई को भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देंगे। यह रथयात्रा तीन दिनों तक चलेगी। इसके साथ ही अब काशी में उत्सवों की श्रंृखला शुरू हो जाएगी जो कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपावली के साथ पूरी हो जाएगी।