हिंदू शास्त्रों के अनुसार शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शनिदेव की नजर से आज तक भी कोई नहीं बच पाया है। क्योंकि एक बार शनि देव ने खुद से ही भगवान भोलेनाथ से बोला था कि मेरी नजर से ना तो कोई देव बच सकते हैं ना ही दानव। वहीं ज्योतिष शास्त्र में भी शनि ग्रह की कई सारी विशेष महत्ता बताई गई है।
पौराणिक कथाओं के मुताबिक शनि देव दंडाधिकारी है। ऐसा कहा जाता है कि न्याय करते समय शनि देव किसी से ना तो प्रसन्न होते हैं और ना ही किसी से भी डरते हैं। क्योंकि शनि देव हमेशा निष्पक्ष होकर ही न्याय करते हैं। वह सभी कर्मों के आधार पर दंड देते हैं।
तो चालिए आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बताने वाले हैं जिसे देखकर आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि आपकी जन्म कुंडली में शनिदेव कहीं अशुभ तो नहीं। इसके साथ ही आपको ये भी बताएंगे की अगर आपकी कुंडली में शनिदेव अशुभ हैं तो उसे दूर कैसे करें।
शनि देव के अशुभ होने के लक्षण...
1.घर की नालियों का पानी जाम हो जाना।
2.मकान की सुख ना मिल पाना इसका मतलब ये हुआ कि पूरी उम्र आप किराए के मकान में रहना पड़े अपना घर होते साते उसका सुख ना मिल पाना।
3.परिवार वालें लोगों से धीरे-धीरे संबंध टूट जाना।
4.हर रोज काम में परेशानियां होना।
5.ज्ञान की हमेशा कमी रहना।
6.दुनियादारी की उस समझ से पीछे रहे जाना जिसकी सहायता से जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है।
यदि इस तरह का कोई भी लक्षण दिखे तो समझ लीजिए कि आपकी जन्म कुंडली में शनिदेव अशुभ हैं। यदि आप इसे दूर करना चाहते हैं तो शनिवार के दिल आपको कुछ बताए गए उपाय करने होंगे।
उपाय पूरा करने के लिए आप शनिवार के दिन साबुत उड़द,साबुत बादाम और सरसों का तेल अपनी इच्छानुसार लेकर किसी भी गरीब को दान कर दें। यदि किसी को दान नहीं कर सकते तो तीनों को किसी नदी में प्रवाह करें। ये उपाय आपको प्रत्येक शनिवार को करना होगा। ऐसा करने से आपके ऊपर शनिदेव की कृपा जरूर बनेगी।