इस बार नागपंचमी 5 अगस्त को है। श्रावण महीने में पडऩे वाली पंचमी को नागपंचमी के तौर पर मनाया जाता है। इस खास दिन पर नाग देवता के 12 स्वरूपों की पाठ-पूजा करी जाती है। इस वर्ष नागपंचमी पर सोमवार होने की वजह से इसका महत्व ज्यादा हो गया। ऐसा कहा जा रहा है कि ये शुभ संयोग पूरे 20 सालों के बाद बन रहा है। अगर इन दिन बताई गई इन बातों का ध्यान रखा जाए तो मनुष्य को दोगुना फल मिल सकता है।
नागपंचमी पर करें ये उपाए
1.सोमवार को नाग पंचमी के पडऩे से पंचमी महासंयोग बन रहा है। इस विशेष दिन पर भगवान शिव जी की पूजा करने समेत नाग देवता को दूध पिलाने से पूजा का फल दोगुना मिल सकेगा।
2.नागपंचमी मनाने के पीछे कई सारी पौराणिक ग्रंथों की प्रचलित कहानियां हैं। मान्यता है कि समुद्र मंथन के बाद जो विष निकला उसे पीने को कोई तैयार नहीं था तब उसे भगवान भोलेनाथ ने अपने गले में धारण किया था। इस वक्त विष की बूंदें नीचे गिर गई जो सर्प के मुंह में चली गई थी। इसलिए सांप को जहरीला मानते हैं।
3.मान्यता अनुसार नाग पंचमी के दिन भगवान शिव के साथ नाग देवता की जो लोग पूजा कर लेते हैं ऐसे व्यक्ति को कभी भी सांप नहीं काटता है। इससे इंसान सुरक्षित हो जाता है।
4.नागपंचमी के दिन भागवान शिव जी का रुद्राभिषेक जरूर करना चाहिए इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति की सारी इच्छाएं पूर्ण होती है।
5.यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष की परेशानी है तो उन्हें नाग पंचमी के दिन चांदी के नाग-नागिन बनवाकर दान करने चाहिए। इससे दोष का नकारात्मक प्रभाव खत्म होता है।
6.नागपंचमी के दिन नाग देवता को दूध चढ़ाना शुभ होता है इससे मनुष्य के सभी कष्ट दूर होते हैं।