नागपंचमी सोमवार यानी 5 अगस्त को मनाई जाएगी। हिंदू धर्म के अनुसार इस दिन का महत्व लोगों के लिए बहुत खास होता है। लोग इस दिन भगवान शिव के साथ नागों की भी पूजा करते हैं। नागपंचमी हर साल श्रावण मास की शुुक्ल की पंचमी तिथि को मनाई जाती है।
अगर आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो नागपंचमी सबसे अच्छा दिन होता है इससे मुक्ति पाने का। कई मायनों में इस साल की नागपंची बहुत ही खास है। नागपंची का पर्व कई सालों बाद सोमवार के दिन आ रही है।
सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है और साथ ही सावन महीने का तीसरा सोमवार भी है। कई सारे दुर्लभ संयोग भी इस खास दिन पर बन रहे हैं। इस वजह से दोगुना फल इस खास अवसर पर मिल सकता है।
इन सब कारणों की वजह से खास है इस बार की नाग पंचमी
1. इस साल नाग पंचमी 20 साल बाद सोमवार के दिन मनाई जा रही है। इस दिन पूजा का फल इस वजह से दोगुना मिलेगा।
2. पंडितों के मुताबिक ऐसा ही योग अंतिम बार 16 अगस्त 1993 को बना था और ऐसा ही योग 21 अगस्त 2023 में बनेगा।
3. बता दें कि नाग पंचमी इस साल दो दिन मनाई जा रही है। नाग पंचमी 4 अगस्त शाम को 6.48 बजकर शुरु होगी और
5 अगस्त की दोपहन 2.52 बजे खत्म होगी। इस वजह से नागपंचमी की पूजा इस साल दो दिन तक चलेगी।
4. इस साल नाग पंचमी सोमवार को आ रही है जिसकी वजह से भक्तों के लिए कई शिव मंदिर में विशेष व्यवस्था करने की बात सामने आ रही है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकिर इस दिन शिव मंदिरों में भक्तों की ज्यादा भीड़ हो सकती है।
5. बता दें कि नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट साल में सिर्फ एक बार ही खुलते हैं। इस साल भी नाग पंचमी के दिन इस मंदिर के पट खुलेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि भगवान शिव के भक्तों की भीड़ इस मंदिर में ज्यादा होगी।
6. सर्वार्थ सिद्धियोग, चंद्र प्रधान, हस्त नक्षत्र, रवियोग और सिद्धयोग के पंचयोग इस नाग पंचमी पर बनेंगे। नागपंचमी का दिन इन योगों की वजह से ज्यादा शुभ हो गया है।