भारत में 1 सितंबर से नए ट्रैफिक नियम लागू हो गए हैं जिसके बाद हर रोज चालान कटने की खबरें सामने आती रहती हैं। इसी बीच तमिलनाडु के पेन्नागराम के एरियुर से चालान कटने की खबर सामने आई है। एक सब इंस्पेक्टर ने एक साइकिल वाले का चालान काट दिया। सोशल मीडिया पर सामने आते ही यह खबर आग की तरह वायरल हो गई है।
साइकिल सवार वालों के भी पुलिसवाले चालान काट रहे हैं और साइकिल को जब्त भी कर लिया है। सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं। एक यूजर ने इस वीडियो को फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा, जो सबसे ज्यादा चालान काटेगा उसे प्रमोशन मिलेगा। उसकी एक झलक….।
हालांकि इसके साथ यह भी खबर सामने आई थी कि साइकिल सवार की पुलिसवाले ने साइकिल भी जब्त कर ली थी लेकिन हम आपको बता दें कि यह पूरी तरह से गलत है। खबरों के अनुसार, सब-इंस्पेक्टर ने साइकिल वाले को इसलिए पकड़ा क्योंकि वह साइकिल साथ छोड़कर चला रहा था इसलिए उसे पुलिस वाले ने पकड़ा।
बता दें कि बिल्डिंग की छत से इस वीडियो को एक शख्स ने बनाया है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि साइकिल चला रहे इस शख्स को एरियुर पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर एस. सुब्रामणी ने रोका। उसके बाद साइकिल को लॉक करके वह साइकिल चालक को सड़क किनारे लेकर गए।
इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कई गाड़ी वाले सड़क पर बिना हेलमेट के जा रहे थे लेकिन पुलिसवालों ने उन्हें नहीं रोका और उसी साइकिल सवार को पकड़ कर खड़े रहे। उसके बाद मीडिया से बात करते हुए सब इंस्पेक्टर एस. सुब्रामणी ने बताया, ये सोमवार की बात है, मैं आपको बताना चाहूंगा कि हम सभी गाड़ियों को नहीं पकड़ सकते। जब हम एक गाड़ी को पकड़ते हैं तो दूसरी गाड़ियां पास ले निकल जाती हैं। इस केस में साइकिल चालक अपने दोनों हाथ छोड़कर चला रहा था। उसके आगे दो बाइक चल रही थीं। अगर वहां कोई एक बाइक चालक भी ब्रेक लगा देता तो साइकिल चालक की जान भी जा सकती थी।
पुलिस ने भी बताया कि साइकिल वाले की साइकिल को पुुलिस ने जब्त नहीं किया और ना ही उस पर किसी भी तरह की कार्रवाई की गई। जो भी बातें सोशल मीडिया पर आ रही हैं वह सब झूठी और गलत हैं। जिस शख्स को पुलिस ने पकड़ा था उसने कहा कि शर्ट के बटन बंद करने के लिए उसने साइकिल के हैंडल छोड़ दिए थे।
एस. सुब्रामणी ने आगे कहा, वीडियो में देखा जा सकता है कि लड़के के शर्ट के बटन खुले हुए थे। रुकने पर भी उसने बटन नहीं लगाया था। वो साइकिल पर स्टाइल मार रहा था। जो काफी रिस्की है। इस घटना के दौरान वहां पर एक महिला भी थी जिसने कहा कि 10 मिनट तक लड़के को समझाया गया जिसके बाद उसे छोड़ दिया गया।