कलेक्‍टर साहब ने नौकरी मांगने आए 12 दिव्‍यांग जनों के लिए खुलवाया कैफे - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

कलेक्‍टर साहब ने नौकरी मांगने आए 12 दिव्‍यांग जनों के लिए खुलवाया कैफे

इन दिनों तमिलनाडु के थूथुकुडी जिला कलेक्ट्रेट ने कुछ ऐसा कर दिखाया जिसके बारे में सुनकर अब हर कोई तारीफ करते नहीं थक रहा है।

इन दिनों तमिलनाडु के थूथुकुडी जिला कलेक्ट्रेट ने कुछ ऐसा कर दिखाया जिसके बारे में सुनकर अब हर कोई तारीफ करते नहीं थक रहा है। कलेक्ट्रेट परिसर में एक कैफे है जिसे दिव्यांग जनों की टीम हैंडल कर रही है। इस कैफे की शुरूआत का श्रेय जिला कलेक्टर संदीप नंदूरी को जाता है। उन्होंने नौकरी मांगने यहां पर आए दिव्यांग जनों के लिए ना केवल कैफे खुलवाएं हैं बल्कि काम करने वाले लोगों को 45 दिनों की होटल मैनेजमेंट की ट्रेनिंग भी दी है। 
1568380180 cafe able (1)
यहां केवल सभी दिव्यांग जन है
खबरों के अनुसार ये कैफे एबल नाम से चल रहे हैं इस छोटे से कैफे की कमाई हर दिन 10 हजार रुपए की है। यहां पर काम करने वाले 12 लोगों में से 11 लोग लोकोमोटर दिव्यांग है। यानि उनके पैर चलने-फिरने की हालत में नहीं है। जबकि इनमें से एक व्यक्ति बहरा है। इस कैफे में हेड शेफ से लेकर सफाईकर्मी तक सभी दिव्यांग हैं।
1568380194 cafe able2
संभव नहीं था सरकारी नौकरी देना
जिला कलेक्टर संदीप नंदूरी का कहना है कि मुझे अक्सर अलग-अलग दिव्यांग जनों से नौकरियों की याचिकाएं मिलती थीं। लेकिन हर किसी को सरकारी नौकरी दे पाना थोड़ा मुश्किल है। इसलिए हमने एक कैफे खोलने के विचार के साथ ही उन्हें अपना उद्यम चलाने में सक्षम बनाने का फैसला किया। 
1568380201 cafe able1
ऐसे शुरूआत करते हुए दी सभी को ट्रेनिंग 
इस नेक काम की शुरूआत आईएएस संदीप नंदूरी ने खुद से की है। उन्होंने एक सहायता समूह गठन बनाया जिसमें उन्होंने दिव्यांग जनों को शामिल किया है जिन्होंने नौकरी के लिए अनुरोध किया था। पहले दिव्यांग जनों को 45 दिनों के होटल मैनेजमेंट ट्रेनिंग कोर्स में दाखिला दिलाया गया। इसके बाद तीन निजी कंपनियों के सीएसआर फंड और जिला प्रशासन द्वारा धन जुटाकर कलेक्ट्रेट परिसर में ही ‘कैफे’ की शुरुआत की गई।
1568380209 cafe able3
जिला प्रशासन ने बताया कि नौकरी का अनुरोध लेकर आए इन सभी दिव्यांग जनों की ऐसी हालात नहीं थी कि ये कैफे का किराया दे पाएं और प्रशासन का मकसद इन्हें आत्मनिर्भर बनाना था। इसी वजह से कलेक्ट्रेट परिसर में ही कैफे खोलने का फैसला किया गया। कैफे एबल में आने वाले ग्राहकों को दक्षिण भारतीय नाश्ते,दोपहर और रात के भोजन के साथ ही गर्म पेय पदार्थों और जूस आदि दिया जाता है। कलेक्‍टर संदीप नंदूरी ने केवल कैफे खोलकर ही नहीं दिया बल्कि वह दिव्‍यांग जनों के प्रति लोगों की सोच बदलने के लिए खुद भी अक्‍सर कैफे में बैठते हैं। 
बैंक से मिलता है वेतन
बता दें कि कैफे से जो कमाई होती है उसका आधा हिस्सा बैंक में जमा किया जाता है। जिसके बाद दिव्यांग कमचारियों को वेतन मिलता है। बाकी के पैसों से सामान खरीद लिया जाता है। कलेक्टर साहब कहते हैं एक महीने से ज्यादा समय हो गया है और कैफे सही तरीके से चल रहा है। जब हमने दिव्यांग जनों की ट्रेनिंग  शुरू करवाई तब इनमें आत्मविश्वास की कमी थी लेकिन अब उन्हें खुद पर भरोसा है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nineteen − 6 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।