हम और आप सभी ने हत्या,लूट,चोरी-चकारी के मामले में लोगों को गिरफ्तार होते हुए जरूर देखा है या सुना भी होगा। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसा बताने वाले हैं जिसे सुनकर आप शायद ही अपनी हंसी पर कंट्रोल कर सकेंगे। जी हां ये वाकया तेलंगाना के करीमनगर क्षेत्र के हुजूराबाद का है जहां पर पुलिस ने दो बकरियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।
उन दोनों बकरियों पर ये आरोप था कि बकरियों ने तेलंगाना सरकार के हरित अभियान हरित हारम के तहत लगाए गए पौधों को खा लिया है। इन दोनों बकरियों पर ये कोई पहली बार आरोप नहीं लगा इससे पहले भी ये कई बार पौधे खा चुकी हैं और पुलिस ने इनके मालिक पर एक हजार रुपए का जुर्माना करने के बाद अब इन्हें रिहा कर दिया है।
बकरियां 900 पौधों में से 250 पौधे खा चुकी हैं
मीडिया से बात करते हुए हुजूराबाद की इंस्पेक्टर माधवी ने कहा सेव द ट्रीज संगठन के अनिल और विक्रांत नाम के दो कार्यकर्ता हमारे पास आए थे। इन्होंने शिकायत लगाई की इनके द्घारा लगाए गए पौधों को बकरियों ने खा लिया है। पुलिस के अनुसार दोनों कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनके संगठन ने शहर में करीब 900 पौधे लगाए थे जिनमें से 250 पौधे ये दोनों बकरियां खा चुकी हैं।
यह सब कुछ काफी दिनों से चल रहा था,जिसके बाद इन दोनों ने मंगलवार को बकरियों को तब पकड़ा जब ये पौधे चर रही थीं। जिसके बाद बकरियों के मालिक कुम्हारीवाड़ा से दोरनकोंडा राजा को पुलिस थाने में बुलाया गया। पुलिस ने उन्हें 1000 रुपए का हर्जाना भरने को कहा है और बकरियों को छोड़ दिया है। वहीं बकरियों के मलिक को सर्तक कर दिया गया या तो वह बकरियों को शहर के बाहरी इलाकों में चरने के लिए छोड़े या फिर उन्हें घर में ही चारा डालें।
ये बकरियां हमारे लिए सिर दर्द बन गई थीं
एनजीओ के विक्रांत ने बताया कि हम लोगों ने शहर के स्कूल,अस्पतालों और पुलिस स्टेशन परिसरों में अपने पैसों से ये सारे पौधे लगाए थे। हमने ये पौधे बड़ी मुश्किल से खरीदे थे और जैसे ही ये पौधे लगाए उसके कुछ दिनों बाद ही बकरियों ने इन्हें खाना शुरू कर दिया था। ऐसे में अब ये बकरियां हमारा सिर दर्द बन गई थीं।