विश्व की बढ़ती हुई जनसंख्या को देखते हुए जरूरत पूर्ति हेतू खाद्य सामग्री के संग्रहण एंव परिवहन के दौरान उसकी गुणवत्ता और सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में पैकेजिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस दुनिया को प्लास्टिक मुक्त किया जाने का वादा हर बार किया गया है जिसे बहुत बार तोड़ा भी गया है।
लेकिन प्लास्टिक खतरे से लडऩे का एकमात्र तरीक एक स्थायी समाधान है जिसे हाल ही में थाईलैंड सुपरमार्केट ने इसका खूब लुफ्त उठाया है। बता दें कि चियांगमाई में रिपिंग सुपरमार्केट अब प्लास्टिक थैलो की बजाय चीजों की पैकेजिंग के लिए केले के पत्तों का इस्तेमाल कर रही हैं।
लेकिन बाजार में कई सारे लोग जहां केले के पत्तों की पैकेजिंग को देखकर खुश है क्योंकि कई सारे लोगों के लिए ये बेहतरीन तरीका प्रेरणादायी साबित हो सकता है। तो वहीं कई सोशल मीडिया यूजर्स गुस्से से तिलमिला रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केले के पत्तों का उपयोग सब्जियों के बांच को एक साथ रखने के लिए किया जाता है। जिसमें सब्जियों को बंधने के लिए बांस की रस्सी का भी इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि केले के पत्तों में बंधी सब्जी बिखर ना जाए। वैसे केले के पत्तों का पैकेजिंग के लिए इस्तेमाल करना सबसे अच्छा तरीका है प्लास्टिक की थैलियों से बचने का। वहीं इस रिपोर्ट के अनुसार कई सारे ब्रांडो ने तो कसावा और शैवाल से बने बैग का प्रयोग करना शुरू कर दिया है।
यहाँ देखें कुछ तस्वीरें की किस तरह से केले के पत्तों की पैकेजिंग की गई…
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भारत में केले के पत्तों को इस्तेमाल करना कोई नई बात नहीं है। लेकिन भारत में केले के पत्तों को खाने की परंपरा नहीं है बल्कि वहां पर केले के पत्तों की पूजा की जाती है। बता दें कि केले के पत्तों को पॉलीफेनोल नामक पौधे-आधारित यौगिकों के साथ पैक किया जाता है जो पाचन के लिए प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट और सहयोगी है।