आपने कई बार लोगों को यह कहते सुना होगा कि उन्हें किसी की बुरी नजर लग गई है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ये नजर लगना या नजरदोष होता क्या है। जब किसी की सोच, स्वभाव और सम्पर्क से हमारे ऊपर नकारात्मक असर पड़ता है तो उसे हम नजर लगना कहते हैं।
नजर लगने पर आप विश्वास करें या न करें, लेकिन जब यह लगती है तो चलता-फिरता काम ठप्प पड़ जाता है, कारोबार में प्रगति रुक जाती है और हंसता-खेलता बच्चा गुमसुम या फिर हमेशा रोता ही रहता है। बुरी नजर का दुष्प्रभाव सिर्फ आम आदमी को ही नहीं बल्कि आपके जीवन से जुड़ी तमाम चीजों पर पड़ता है। खाने-पीने के सामान से लेकर मकान, वाहन, दुकान आदि सब कुछ एक झटके में प्रभावित होने लगता है। इसी बुरी नजर से बचने के लिए कोई अपने वाहन के आगे या पीछे फटा जूता तो कोई अपने मकान के आगे नजरबट्टू लगाता है।
बुरी नजर को उतारने की परंपरा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्राचीन काल से चली आ रही है। यदि आपको भी लगता है कि आपके मकान, दुकान या किसी प्रिय इंसान को बुरी नजर लग गई है तो तुरंत ये उपाय करें।
बच्चे ने दूध पीना या खाना छोड़ दिया हो, तो रोटी या दूध को बच्चे पर से ‘आठ’ बार उतार के कुत्ते या गाय को खिला दें।
नमक, राई के दाने, पीली सरसों, मिर्च, पुरानी झाडू का एक टुकड़ा लेकर ‘नजर’ लगे व्यक्ति पर से ‘आठ’ बार उतार कर अग्नि में जला दें। ‘नजर’ लगी होगी, तो मिर्चों की धांस नहीँ आयेगी।
यदि करोबार को नजर लग गई है तो मैन गेट पर 7 अशोक के पत्ते की बेल बनाकर लगा दे।
शनिवार के दिन हनुमानजी के मदिर से हनुमानजी के कन्धों का सिन्दूर लाना चाहिए और नजर लगे व्यक्ति के मस्तिक पर लगाना चाहिए |
नई गाड़ी खरीदने के बाद या नया वाहन लेने पर भी बहुत सी बुरी नजर लगती है वाहन पर काले धागे द्वारा पीली कौड़ी बांधने से गाड़ी या वाहन पर बुरी नजर नहीं लगती तथा दुर्घटनाओं से गाड़ी का बचाव भी होता रहता है।