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भारत के इन प्रसिद्ध मंदिरों में आज भी महिलाओं के जाने पर है प्रतिबंध

यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता ऐसा हिंदू धर्म में कहते हैं। इस मंत्र का मतलब होता है कि जहां नारी की पूजा होती है वहीं पर देवताओं का वास होता है।

यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता ऐसा हिंदू धर्म में कहते हैं। इस मंत्र का मतलब होता है कि जहां नारी की पूजा होती है वहीं पर देवताओं का वास होता है। हालांकि भारत में ऐसी कई जगह हैं जहां भगवान के घर मंदिरों में महिलाओं का जाना मना है। भारत के सबरीमाला मंदिर के साथ कई ऐसी भी मंदिर हैं जहां पर महिलाओं को जाने नहीं दिया जाता है। उनके जाने की वहां पर पाबंदी है। चलिए जानते हैं इन मंदिरों के बारे में-
शनि शिंगणापुर मंदिर, अहमदनगर, महाराष्ट्र
1574081411 shri shriguna temple
महिलाओं का इस मंदिर में प्रवेश करना बैन है। ऐसा कहते हैं कि शनिदेव खतरनाक तंरग महिलाओं के निकट जाने से छोड़ना शुरु कर देते हैं। लगभग 500 साल से महिलाएं मंदिर में प्रवेश नहीं कर रही हैं। 
कार्तिकेय मंदिर, पिहोवा, हरियाणा

1574081599 karthikeya temple, pihowa, haryana
इस मंदिर में भगवान कार्तिकेय की स्‍थापना हुइ है और वह ब्रह्मचारी हैं। इसी वजह से महिलाओं का इस मंदिर में आना बैन है। महिलाओं को श्राप का भय दिखाकर उन्हें इस मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाता है। 
घटई देवी मंदिर, सतारा, महाराष्ट्र
1574081661 ghatai devi temple, satara, maharashtra
महिलाएं इस मंदिर में भी प्रवेश नहीं कर सकती हैं। वैसे तो मंदिर के बाहर जो महिलाओं के प्रवेश न करने का बोर्ड था उसे हटा दिया गया है लेकन उसके बाद भी मंदिर में जाने से महिलाओं को रोकते हैं। 

कीर्तन घर, बरपेटा सत्र, बरपेटा, असम

1574081739 kirtan ghar, barpeta session, barpeta, assam
असम के बरपेटा में यह मंदिर स्थित है यहा पर भी महिलाओं के जाना वर्जित है। यह मंदिर एक वैष्‍णव मठ है। भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी इस मंदिर में जाने से मना किया गया था। 
मंगल चांडी मंदिर, बोकारो, झारखंड

1574081896 mangal chandi temple, bokaro, jharkhand
इस मंदिर में महिलाओं को प्रवेश करनी की अनुमति 100 फीट की दूरी पर है। ऐसा कहा जाता है कि महिलाएं 100 फीट के घेरे के अंदर प्रवेश करती हैं तो उनपर कोई बड़ी समस्या आ सकती है। 
मावली माता मंदिर, धमतरी, छत्तीसगढ़

1574081936 mavli mata temple
इस मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि मंदिर के एक पुजारी  को एक बार रात में सपना आया था कि महिलाएं देवता को नहीं पसंद हैं। इसी वजह से मंदिर में महिलाओं के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। 
बिमला माता मंदिर, पुरी, ओडिशा

1574081971 vimala temple
इस मंदिर की मान्यता है कि काली मां के अवतार के रूप में महिलाओं को देखा जाता है। पुरी के जगन्नाथ मंदिर परिसर के बिमला माता मंदिर में जब दुर्गा पूजा होती है तो महिलाओं के 16 दिनों तक जाने पर प्रतिबंध लगा होता है। 
कामाख्या देवी, कामाख्या, असम

1574082036 kamakhya devi, kamakhya, assam
इस मंदिर में महिलाओं का आना उस दौरान मना होता है जब उन्हें पीरियड्स होते हैं। वैसे तो रजस्वला खुद यहां की देवी हैं। लेकिन मंदिर में रजस्वला महिलाओं के जाने पर वर्जित है। 
अवधूत देवी मंदिर, कोवलम, केरल

1574082105 avadhoot devi temple, kovalam, kerala
इस मंदिर के बाहर नीले रंग का बोर्ड है और उस पर लिखा है कि मंदिर में प्रवेश मासिक धर्म के दौरान करना मना है। ऐसा करना संस्कृति के खिलाफ होता है। 
सबरीमाला श्री अयप्पा मंदिर, पथानामथिट्टा, केरल

1574082166 sabarimala sri ayyappa temple, pathanamthitta, kerala
देवता अयप्पा के बारे में कहते हैं कि वह ब्रह्मचारी हैं। यही वजह है कि इस मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं का जाना वर्जित है। इस मंदिर में महिलाओं के जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दिए हैं उसके बाद भी उनका जाना वर्जित है। 

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