एक अध्ययन में पता चला है कि लगभग 82 फीसदी कपल्स का वजन शादी के पांच साल के अंदर 5 से 10 मिलो तक बढ़ जाता है। महिलाओं का नाम इस मामले में सबसे आगे है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं का वजन सबसे जल्दी बढ़ता है। अक्सर देखा गया है कि नई शादी के बाद लोगों का वजन बढ़ जाता है जिसकी वजह से लोग परेशान हो जाते हैं। वजन बढ़ने को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल आने लग जाते हैं। चलिए आपको बताते हैं वजन बढ़ने के मुख्य कारणों का-
बाहर का अक्सर खाना
दोस्तों और रिश्तेदारों के घर जाने का सिलसिला शादी के बाद शुरू हो जाता है। यह सिलसिला कई हफ्तों तक रहता है। इसी दौरान कपल हनीमून पर चले जाते हैं जहां बेरोक-टोक से खाने का मजा लिया जाता है। इस वजह से ज्यादा कैलोरीज शरीर में चली जाती हैं।
बदलाव होता है खानपान में
लड़की का घर शादी के बाद बदल जाता है। कई चीजों में भी बदलावा घर बदलने के साथ आते हैं। इन्हीं में से एक खानपान है। मसाले और बनाने का तरीका मायके और ससुराल के खानपान में अलग होता है। इसका असर सीधा पाचन क्रिया पर पड़ता है। इतना ही नहीं खाना खाने के बाद मायके में आप इधर-उधर टहल लेते थे लेकिन ससुराल में ऐसा नहीं होता।
जिम्मेदार हो सकती हैं प्राथमिकताएं
अक्सर लड़कियां अपनी पति और ससुरलवालों की पसंद से खाना बनाती हैं। लड़कियां खूब घी, तेल, मसाला इस्तेमाल खाने में ससुराल वालों को खुश करने के लिए डाल देती हैं। इतना ही नहीं लड़कियां खाना इतनी मेहनत से बनाती हैं जिसके चक्कर में वह ओवरईटिंग तक कर लेती हैं। ये प्राथमिकताएं बदलने से वजन बढ़ जाता है।
स्ट्रेस
नए माहौल में शादी के बाद ढलहना आसान नहीं होता है। अगर दुल्हन कामकाजी ऐसे में होती है तो जिम्मेदारियां उसकी बढ़ जाती हैं। लड़कियों को ऑफिस के साथ घर पर भी बेस्ट देने का स्ट्रेस हो जाता है जिससे उन्हें स्ट्रेस ईटिंग हो जाती है।
लापरवाही
लोग शादी से पहले स्टनिंग दिखने के लिए अपने खाने-पीने का बहुत ध्यान रखते हैं जिसके लिए वह रोजाना एक्सरसाइज करते हैं। लेकिन यह सारी चीजें शादी के बाद पूरी तरह से बदल जाती हैं। लोगों को न चाहते हुए भी तनाव हो जाता है और एक्सरसाइज का समय कई कामों के चक्कर में नहीं मिलता। खाने का समय भी बदल जाता है साथ ही लोगों के दिमाग में यह बात बैठ जाती है कि अब तो शादी हो गई अब क्या फर्क पड़ना है।