भारत में रहने वाले ज्यादातर लोग कभी ना कभी विदेश में बसने का सपना देखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वह जाकर आपको क्या क्या सहना पड़ सकता हैं। आपको ऐसा लगता है कि विदेश में एक जॉब हो जाए, बस जिंदगी आराम से कट जाएगी। लेकिन आज आपकी इस सोच पर बिलकुल फुल स्टॉप लगने वाला हैं।
भारत में तो गरीबी बहुत है साथ ही साथ में भ्रष्टाचार भी। इस वजह से ज्यादातर लोग भारत छोड़कर पराए देश बसने के लिए तैयार रहते हैं। लेकिन कहते हैं ना कि दूर के ढोल सुहावने लगते हैं। ऐसा ही कुछ विदेश को लेकर भी है। अगर आपको लगता है कि विदेशों में जीवन काफी कम्फर्टेबल है तो जरा ये खबर पढ़ें इसके बाद आजसे आपकी सोच विदेशो को लेकर बिल्कुल बदलती नज़र आने वाली हैं।
अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहने वाली अलैना रेंडाजो ने सोशल मीडिया तस्वीरें साझा की, जहां वो बीते एक साल से रह रही थी। ये घर माचिस के डिब्बे सा है। घर को मात्र 80 sq फ़ीट में बनाया गया है। इतने छोटे से एरिया में ही आपको लिविंग रुम के साथ बेडरुम और किचन भी मिल जाएगा। अगर कुछ नहीं मिलेगा तो वो है बाथरुम. जी हां, यहां बाथरुम के अलावा आपको खिड़कियां नहीं मिलेगी। यानी वाकई आपको माचिस के डिब्बे में ही रहना पड़ेगा।
कई लोगों से देखी नहीं गई ये तस्वीरें
अलैना ने जब अपने छोटे से घर की तस्वीरें शेयर की, तब कई लोग इसे देख नहीं पाए. जिन लोगों को claustrophobia है, वो तो इस जगह पर खड़े नहीं हो पाएंगे. claustrophobia से पीड़ित इंसान छोटे से बंद जगह में नहीं रह सकता. उसका दम घुटने लगता है. ऐसा ही कुछ इस घर को देखकर महसूस होता है. 25 साल की अलैना 22 फरवरी को यहां शिफ्ट हुई थी और अपने डॉग के साथ यहीं रहती थी।
इतना है किराया सुनकर हैरान हो जायेंगे आप
पेशे से मीडिया प्लानर और कंटेंट क्रियेटर अलैना मूल रूप से मिसौरी की रहने वाली है. उसका यूट्यूब पर अपना पॉडकास्ट है. इस घर में शिफ्ट होने से पहले वो एक आलीशान घर में रहती थी, जहां का किराया 2 लाख रुपए महीने था. लेकिन अलैना ने पैसे बचाने का फैसला किया. इसके बाद उसे न्यूयॉर्क में इस घर के बारे में पता चला. जब वो आई, तो उसे घर कुछ ज्यादा ही छोटा लगा लेकिन अलैना ने इसे रेंट पर ले लिया.
इस घर के बदले उसे हर महीने करीब 54 हजार देना पड़ता है. यानी अगर आप भारत से इसकी तुलना करें तो ज्यादातर लोगों के एक महीने की तनख्वाह इस छोटे से घर के रेंट से भी कम है. तो अब आप समझ गए होंगे कि विदेश में बसना इतना भी आसान नहीं है।