भारत की धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में श्री दशनाम जूना अखाड़े के महंत बाबा राजेंद्र राठी हर साल कुछ ऐसा करते हैं जो लोगो की सोच और उनकी हद्द से बाहर हो, जो आम इंसान के बस की बात नहीं लेकिन बाबा का कठोर तप उसे भी कर दिखने की क्षमता रखता हैं। भीषण गर्मी के इन दिनों में बाबा महंत चारों ओर बीछी आग की धूनी के बीच बैठकर तपस्या करते हैं। महंत बाबा यह तपस्या रोजाना 3 घंटे करते हैं जिसके पास भी अगर आप गुज़र ले तो उसकी तपन से ही आपका शरीर जल उठे।
भीषण गर्मी के इन दिनों में कठोर तप करने वाले बाबा राजेंद्र राठी का कहना है कि सनातन धर्म आगे बढ़े और देश खुशहाल हो, इसी को लेकर वह हर साल 41 दिन के लिए यह अग्नि तपस्या करते हैं। इस बार भी बाबा राजेंद्र राठी जनकल्याण और कोरोना से मुक्ति के लिए 41 दिन के प्रण के साथ आग के बीच कठोर तप कर रहे हैं।
बता दें बाबा राजेंद्र राठी की यह तपस्या आज से नहीं बल्कि 2 दशकों से चली आ रही है। महंत बाबा हर साल गर्मी के दो महीनों में ये तपस्या करते हैं। बाबा की अग्नि तपस्या देखने वाले भी दंग रह जाते हैं।
चौथी पीढ़ी कर रही तपस्या
महंत बाबा राजेंद्र राठी ने बताया कि उनके परिवार की चौथी पीढ़ी इस कड़े तप को कर रही है। यह तपस्या केवल वह जन कल्याण के लिए कर रहे हैं। वह 44-45 डिग्री तापमान में जनकल्याण के लिए हर साल अग्नि तपस्या करते हैं। बाबा ने कहा कि वह अपने तप में भगवान से कामना करते हैं कि सभी की जायज दुआएं कबूल हों और जायज कार्य हों। बता दें कि इन दिनों तापमान लगातार बढ़ रहा है, भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग जहां घरों से बाहर निकलने से बचते हैं, कड़ी धूप से खुद को बचाने की कोशिश करते हैं, ऐसे में बाबा मंदिर परिसर में चारों ओर आग की धूनी बिछा कर कठोर तपस्या करते हैं।