बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे मुकाबले में भारतीय टीम को 9 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। वहीं भारतीय टीम को इस हार के साथ-साथ एक और बड़ा झटका लगा है। यह झटका आईसीसी द्वारा दिया गया है। इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेले गए तीसरे मुकाबले के दौरान लगातार पिच पर सवाल खड़े हो गए थे। मुकाबले के दौरान काफी ज्यादा टर्न देखने को मिल रहा था जिसकी वजह से कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देर तक क्रीज पर टिक नहीं पा रहा था। मैच खत्म के बाद जब पिच रिपोर्ट मैच रेफरी द्वारा तैयार किया गया तब आईसीसी ने पिच को लेकर एक बड़ा फैसला किया।
इंदौर के पिच पर 3 दिन में ही मुकाबला खत्म होने के बाद क्रिकेट एक्सपर्ट द्वारा पिच को काफी क्रिटिसाइज किया जा रहा था। इसके बाद मैच रेफरी ने जब आईसीसी को पिच रिपोर्ट दी तब आईसीसी ने इसे खराब पिच के श्रेणी में डाल दिया। आईसीसी के इस फैसले के बाद ऐसा हो सकता है कि अब इंदौर के होल्कर स्टेडियम पर इंटरनेशनल मैच के आयोजन को निलंबित कर दिया जाए। अगर ऐसा होता है तो बीसीसीआई परेशानी में आ सकती है।
1 मार्च से शुरू हुए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे मैच के पहले दिन से ही यह पिच स्पिनरों के लिए मददगार साबित हो रही थी। इस मैच के पहले दिन कुल 14 विकेट गिरे थे जिसमें की 13 विकेट स्पिनरों ने लिए थे। इसके अलावा पूरे मैच के दौरान दोनों टीमों के विकेट को मिलाकर कुल 31 विकेट गिरे जिसमें की 26 विकेट स्पिनरों ने लिए और सिर्फ चार विकेट तेज गेंदबाजों के नाम रहा, वहीं एक रन आउट का विकेट था। काउंसिल ने यह फैसला मैच रेफरी द्वारा पिच रिपोर्ट सौंपने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलिया कप्तान स्टीव स्मिथ से बातचीत करने के बाद लिया है। वहीं मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने कहा है कि पिच बहुत सुखी थी और वह बल्ले और बोल पर भी संतुलन नहीं बना पा रही थी। पिच पर शुरू से स्पिनरों का बोलबाला रहा। मैच शुरू होने के 5 गेंद बाद ही पिच टूट गई और फिर असंतुलित उछाल लगातार पूरे मैच के दौरान देखने को मिला।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर को इससे पहले भी आईसीसी ने एक बड़ा झटका दिया था। 25 दिसंबर 1997 को जब श्रीलंका भारत के दौरे पर खेलने आई थी तब इंदौर के नेहरू स्टेडियम में मैच खेला जा रहा था और सिर्फ 18 गेंद बाद ही मैच को खराब पिच के चलते रद्द कर दिया गया था। श्रीलंका के कप्तान अर्जुन रणतुंगा थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि पिच को ठीक से नहीं बनाया गया है और फिर उन्होंने खेलने से मना कर दिया था। इसके बाद आईसीसी ने नेहरू स्टेडियम पर मैच आयोजित करने के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। ऐसे में एक बार फिर से हो सकता है कि इंदौर को होस्ट करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच ना मिले।