एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने नाबाद 135 रनों की पारी खेलकर इंग्लैंड को यह मैच 1 विकेट से जीताया। इंग्लैंड को तीसरा टेस्ट जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने 359 रनों का लक्ष्य दिया जिसे इंग्लैंड ने 9 विकेट खोकर हासिल किया।
इंग्लैंड की इस ऐतिहासिक जीत के हीरो स्टोक्स बने। एक समय पर ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड के हाथों से यह मैच गया लेकिन स्टोक्स ने आखिरी समय तक लड़ते हुए यह मैच अपनी टीम को जीताया। स्टोक्स ने 11 चौके और 8 छक्कों की मदद से 135 रन बनाए। स्टोक्स को क्रैंप्स की परेशानी आखिरी में हो गई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लड़ते रहे।
इंग्लैंड के जब 9 विकेट गिर गए थे उस समय बेन स्टोक्स ने तूफानी पारी खेल कर ऑस्ट्रेलिया से जीत छीन ली। बेन स्टोक्स का इस लड़ाई में बल्लेबाज जैक लीच में भी बहुत साथ दिया और लड़ते रहे। स्टोक्स और लीच ने मिलकर आखिरी विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की।
6 विकेट गिर गए थे 253 रनों पर
इंग्लैंड की दूसरी पारी में 253 रनों पर 6 विकेट गिर गए थे। इंग्लैंड के बल्लेबाज जोस बटलर छठे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए थे उसके बाद बेन स्टोक्स लड़ते हुए दिखाई दे रहे थे।
निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर बेन स्टोक्स ने साझेदारी की और जीत दर्ज कराई। खास बात तो यह हुई की आखिरी में 106 रनों में से बाकी बल्लेबाजों ने महज 17 रन ही बनाए। बेन स्टोक्स की इस तूफानी बल्लेबाजी के आगे कंगारु टीम ने हार मान ली।
पहले विश्व कप और अब एशेज टेस्ट
इंग्लैंड टीम के लिए इस साल बेन स्टोक्स किसी भगवान से कम साबित नहीं हो रहे हैं। इंग्लैंड को बेन स्टोक्स ने पहले विश्व कप चैंपियन बनाया और अब उन्होंने एशेज सीरीज में कंगारुओं के मुंह से जीत छीन ली।
एशेज सीरीज में इस टेस्ट के जीतने के बाद इंग्लैंड की उम्मीद एक बार फिर से जाग गई हैं। इस सीरीज का पहला मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता तो दूसरा ड्रॉ हो गया था।
चौथी बार 300 का स्कोर पार हुआ हेडिंग्ले में
चौथी बार 300 से ज्यादा रन का लक्ष्य हेडिंग्ले के मैदान पर हासिल हुआ है7 1948 पर ऑस्ट्रेलिया ने इसी मैदान पर 404 रनों का लक्ष्य हासिल किया। इंग्लैंड ने चार विकेट पर 315 रनों का लक्ष्य 2001 में हासिल किया।
जबकि दो साल पहले वेस्टइंडीज ने 322 रन का लक्ष्य पांच विकेट पर हासिल किया। अब स्टोक्स की तूफानी पारी के दम पर इंग्लैंड ने यह कारनामा किया।