टीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की इंजरी के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में भले ही वापसी हो गयी है और वह आइपीएल 2021 में अपनी टीम हैदराबाद का प्रतिनिधित्व करते हुए भी दिखाई नजर दिए थे। लेकिन इस बीच इंग्लैंड में न्यूजीलैंड के विरुद्ध वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले और फिर इसके बाद मेजबान टीम के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का नाम टीम में शामिल नहीं किया गया है।
यही नहीं भुवी को टेस्ट टीम में नहीं चुने जाने को लेकर खूब सारी बातें भी हुई लेकिन बाद में ये बात सामने आई कि, वो टेस्ट मैच में गेंदबाजी के लिए पूरी तरह से फिट नहीं थे। हालांकि अब बड़ी खबर ये सामने आ रही है कि, भुवी खुद टेस्ट क्रिकेट से किनारा करना चाहते हैं।
जारी की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक, भुवनेश्वर अब अपना ध्यान टेस्ट क्रिकेट में नहीं बल्कि लिमिटेड ओवर क्रिकेट में लगाना चाहते हैं। जो भी लोग गेंदबाज को करीब से जानते हैं, उन्हें ये मालूम है कि पिछले कुछ समय से उनके वर्क ड्रिल में बहुत बदलाव आया है। साथ ही हैवी वेट ट्रेनिंग, व्हाइट बॉल क्रिकेट का कम्फर्ट जोन और टेस्ट क्रिकेट के लंबे स्पैल से लंबे समय से दूरी भी इस फैसले की बड़ी वजहों में शामिल है। अब भले ही भुवनेश्वर टेस्ट टीम में शामिल नहीं है, लेकिन खबर है कि उन्हें शायद श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय वनडे व टी20 टीम में जगह दी जा सकती है।
साल 2013 में भारत की तरफ से टेस्ट में डेब्यू करने वाले भुवनेश्वर ने 21 टेस्ट मैच में उन्होंने 63 विकेट अपने नाम किये हैं, इस दौरान उन्होंने 4 बार 5 या उससे अधिक शिकार किए हैं। बात अगर 117 वनडे मैच की करें, तो उन्होंने 138 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है। इस फॉर्मेट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 42/5 रहा। वहीं 48 अंतर्राष्ट्रीय टी20 मैचों में भुवी 45 विकेट झटक चुके हैं। वैसे वैसे तो भारत के श्रीलंका दौरे में उनका चुना जाना लगभग तय है। भारतीय टीम श्रीलंका में तीन वनडे और तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेलने जाएगी। उन्हें इस सीरीज में टीम इंडिया की कमान भी सौंपी जा सकती है।
टेस्ट क्रिकेट करियर की बात करें तो भुवनेश्वर कुमार ने जनवरी 2018 के बाद से प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला है। उन्होंने आखिरी बार जनवरी 2018 में जोहानसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था। इसके बाद भुवनेश्वर को लिमिटेड ओवरों के फॉर्मेट के लिए चुना गया, लेकिन टेस्ट मैचों के लिए उन्हें फिट नहीं समझा गया।