नई दिल्ली : बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की है कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिये टीम मैनेजर के पद के लिये विज्ञापन में उनकी सहमति के बिना उनका नाम छापने की अनुमति दे दी। बीसीसीआई में आम राय यह है कि किसी भी क्रिकेटिया नियुक्ति की अधिसूचना पर सर्कुलर पर मानद महासचिव की मंजूरी होनी चाहिए।
जौहरी ने 28 नवंबर को सदस्यों को यह जानकारी देने के लिये एक ईमेल भेजा कि 24 और 25 अक्तूबर को बैठक के दौरान प्रशासकों की समिति द्वारा लिये गये फैसले के अनुसार भारतीय महिला टीम के टीम मैनेजर पद के लिये आवेदन मंगाने का विज्ञापन आज बीसीसीआई की वेबसाइट पर अपलोड किया जायेगा।जब चौधरी को पता चला कि यह विज्ञापन जारी कर दिया गया है, उन्होंने जौहरी को तुरंत एक पत्र भेजा। चौधरी ने लिखा कि मैं इससे हैरान हूं। मैं 27 नवंबर से एक दिन पहले अपने कार्यालय (क्रिकेट सेंटर) में था और किसी ने भी इस विज्ञापन का जिक्र नहीं किया था और मेरे नाम से विज्ञापन अपलोड कर दिया गया, जबकि मैंने इसे एक बार देखा भी नहीं था। हैरानी की बात है कि इतनी जल्दबाजी की क्या जरूरत थी।
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