नई दिल्ली : आईसीसी खिलाड़ियों की आचार संहिता का दोबारा आकलन करने को तैयार है और शीर्ष संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा कि इसी कड़ी में गंभीर उल्लघंन जैसे गेंद से छेड़छाड़ और छींटाकशी संबंधित सजा में जल्द ही संशोधन हो सकता है। रिचर्डसन ने बातचीत में कहा कि हां, मुझे पूरा भरोसा है कि काफी कम समय में हम अपनी आचार संहिता में संशोधन कर सकते हैं जिसे लागू करना आसान होगा।
दक्षिण अफ्रीका के इस पूर्व विकेटकीपर को हालांकि लगता है कि संशोधन थोड़े समय में किये जा सकते हैं लेकिन खिलाड़ियों के बीच ‘सम्मान की संस्कृति’ को लागू करने की जरूरत है और इसमें समय लगेगा। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सम्मान की संस्कृति लागू करने में लंबा समय लगेगा। यह एक रात में नहीं हो सकता। इसलिये इसमें थोड़ा ज्यादा समय लगेगा। निश्चित रूप से इस संहिता में आमूल चूल बदलाव नहीं होगा लेकिन इसमें स्पष्ट हो जायेगा कि जब हम गेंद से छेड़छाड़ की बात कर रहे हैं तो इसका क्या मतलब है और जब हम कह रहे हैं कि आप अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकते तो इसका क्या मतलब है।
रिचर्डसन ने फिर उदाहरण पेश करते हुए कहा कि हम कह सकते हैं कि देखिये अगर आपके पास कुछ अच्छा कहने के लिये नहीं है तो आप बिलकुल भी कुछ मत कहिये। वह इस पूरे मुद्दे पर क्रिकेट आस्ट्रेलिया के रवैये से सहमत है जिसने आईसीसी को मौजूदा खिलाड़ी संहिता में सुधार की गुंजाइश देखने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि क्रिकट आस्ट्रेलिया ने इस घटना को काफी व्यापक रूप से देखा है।
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