दुनिया में सबसे ज्यादा क्रिकेट ही खेला जाता है। क्रिकेट लाखों लोगों के जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। क्रिकेट खेल में कई महान क्रिकेटर्स आए हैं और कुछ आम खिलाड़ी भी आए हैं।
क्रिकेट में कुछ खिलाड़ी अपनी स्थिरता के बल पर प्रसिद्धि हुए हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी आए हैं जिन्होंने क्रिकेट में बिल्कुल भी स्थिरता नहीं दिखाई और वह कुछ नहीं कर पाए। आज हम आपको उन Indian cricketers के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें हम सब भूल चुके हैं।
1 ऋषी धवन
ऋषी धवन जो हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों से आते हैं उन्हें एक बार दीर्घकालिक ऑलराउंडर के रुप में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा माना जाता था। आईपीएल के दो सीजन में ऋषी धवन को जगह मिली थी लेकिन प्रदर्र्शन कुछ अच्छा नहीं दिखा पाए थे जिसकी वजह से उन्हें आईपीएल में भी नहीं लिया गया। ऋषी धवन ने भारत के लिए तीन वनडे और एक टी-20 मैच खेला हुआ है जिसमें इन्होंने महज 13 रन ही बनाए थे और 8.50 की महंगी इकॉनॉमी रेट से सिर्फ दो ही विकेट ली थीं। यह साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया में भारत और ऑस्ट्रेलिया सीरिज में भारत के लिए खेलने का मौका मिला था।
2 पंकज सिंह
राजस्थान की तरफ से तेज गेंदबाज पंकज सिंह घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्याद अनुभवी खिलाडिय़ों में से एक हैं। पंकज सिंह ने साल 2003 से राजस्थान की तरफ से घरेलू क्रिकेट में खेलना शुरू किया था। इसके बाद से वह आज तक अपने घर के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बने हुए हैं। पंकज को भारत की तरफ से एक ओडीआई मैच खेलने का मौका मिला था। पंकज ने इस मैच में 45 रन देकर एक भी विकेट नहीं लिया था। पंकज ने भारत के लिए आखिरी मैच साल 2014 में खेला था।
3 अभिमन्यू मिथुन
अभिमन्यू मिथुन जो कर्नाटक की तरफ से रणजी ट्रॉफी खेलते हैं उन्होंने अपने पहले सत्र में 47 विकेट लिए थे उसके बाद उन्हें राष्ट्रीय कॉल-अप भी मिला था। इसमें उनकी एक हैट-ट्रिक भी शामिल है। साल 2010 में अभिमन्यू ने श्रीलंका के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में 105 रन देकर 4 विकेट हासिल किए थे।
4 मुनाफ पटेल
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल जिन्होंने 2011 विश्वकप में भारतीय टीम में एक अहम भूमिका निभाई थी। मुनाफ पटेल ने अपनी मध्यम तेज गेंदबाजी से विकेट लेकर और विपक्ष की रनों की गति को रोक दिया था।
5 प्रज्ञान ओझा
प्रज्ञान ओझा साल 2013 में भारतीय टीम में स्पिन के सबसे सफल गेंदबाज रहे थे। जब वेस्टइंडीज के खिलाफ सचिन के विदार्ई मैच में प्रज्ञान ने 89 रन देकर 10 विकेट हासिल किए थे। इस मैच में वह मैन ऑफ द मैच में चुने गए थे। उसके बाद से वह टीम का हिस्सा नहीं रहे और उनकी जगह बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा ने ले ली।
6 प्रवीण कुमार
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार जो हमेशा से ही फिटनेस के मुद्दों में रहे हैं। प्रवीण कुमार गेंद को दोनों तरह से स्विंग कराने की क्षमता रखते थे। लगातार प्रवीण कुमार को चोटों की वजह से चयनकर्ताओं ने ड्रॉप कर दिया था और उनकी जगह भुवनेश्वर कुमार को जगह मिल गई थी।