भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने खेल के अंतिम दौर में चल रहे हैं। धोनी पहले ही टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं। आखिरी बार धोनी ने पिछले साल विश्व कप में मैच खेला था। जिसके बाद से ही धोनी के संन्यास लेने की अटकलें तेज हो गई थी। इस बीच, इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेट कप्तान नासिर हुसैन ने कहा है कि धोनी में अब भी काफी क्रिकेट बचा है और ऐसे में उन पर संन्यास लेने का दवाब नहीं डालना चाहिए। धोनी पिछले साल इंग्लैंड में हुए आईसीसी विश्वकप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद से अब तक मैदान से बाहर हैं और उनके संन्यास लेने की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है। लेकिन धोनी इन अटकलों पर खामोश हैं।
हुसैन ने एक टीवी शो में बातचीत के दौरान कहा, एक बार धोनी ने संन्यास ले लिया तो वह फिर वापस नहीं आएंगे। सदियों में ऐसे खिलाड़ आते हैं जिनको पूरे विश्व में सराहना मिलती है। इसलिए उन पर इतनी जल्दी संन्यास लेने का दवाब नहीं डालना चाहिए। सिर्फ धोनी को ही पता है कि उनकी मानसिक स्थिति कैसी है लेकिन अंत में चयनकर्ता को ही खिलाड़यों का चयन करना है। भारत के पूर्व कप्तानों सुनील गावस्कर और कपिल देव भी का मानना है कि मैदान से इतने समय तक बाहर रहने के बाद धोनी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना मुश्किल है। धोनी के लिए वापसी की आईपीएल का 13वां सत्र था लेकिन कोरोना वायरस के कारण आईपीएल 15 अप्रैल तक स्थगित है और इसका आगे शुरू होना मुश्किल है।
हुसैन ने कहा, ‘‘क्या धोनी अब भी भारत के लिए खेलने में सक्षम हैं। यह बहुत सामान्य सवाल है। लेकिन मैंने जितना धोनी को देखा है, मुझे भरोसा है कि उनमें काफी क्रिकेट बाकी है और वह भारतीय क्रिकेट के लिए अभी बहुत कुछ कर सकते हैं।’’ हालांकि, हुसैन ने स्वीकार किया कि धोनी ने विश्वकप के दौरान कुछ मौके गंवाए थे। उन्होंने कहा कि विश्वकप के दौरान लक्ष्य हासिल करते समय धोनी ने एक-दो मौके गंवाए थे। लेकिन धोनी में काफी प्रतिभा है और वह अब भी क्रिकेट खेल सकते हैं।